दूर होगी समस्याएं, तब बनेगा स्मार्ट सिटी
-वरीय नागरिक सेवा संस्थान की बैठक में हुई चर्चा -सड़क, नाला, जाम की समस्या दूर करने की मांग -डीएम व नगर आयुक्त को आवेदन देने का निर्णय फोटो:: संवाददाता, मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी बनने की कतार में खड़े मुजफ्फरपुर की दुश्वारियों पर शनिवार को वरीय नागरिक सेवा संस्थान ने चर्चा की. मौके पर डीएम व नगर […]
-वरीय नागरिक सेवा संस्थान की बैठक में हुई चर्चा -सड़क, नाला, जाम की समस्या दूर करने की मांग -डीएम व नगर आयुक्त को आवेदन देने का निर्णय फोटो:: संवाददाता, मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी बनने की कतार में खड़े मुजफ्फरपुर की दुश्वारियों पर शनिवार को वरीय नागरिक सेवा संस्थान ने चर्चा की. मौके पर डीएम व नगर आयुक्त को आवेदन देने का निर्णय लिया गया. साथ ही शहर की समस्याओं से उन्हें अवगत कराने का भी निर्णय लिया गया. थियोसफिकल लॉज के सभागार में अध्यक्ष चितरंजन सिन्हा कनक की अध्यक्षता में बैठक बुलायी गई थी. कनक ने कहा कि नगर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रस्ताव केन्द्र सरकार के पास विचाराधीन है, लेकिन इसके लिए कई शर्तों को भी पूरा करना होगा. इसमें सड़कें, नाले, पानी सप्लाई के लिए पाइप लाइन, फुटपाथ का रख रखाव आदि बेहतर होना चाहिए. अभी शहर की सभी सड़कें खतरनाक हो गई हैं. फुटपाथ नहीं के बराबर है, जहां है भी तो दुकानदारों के कब्जे में है. पाइप लाइन सौ साल पहले की बिछी है. पानी बरसने पर सड़क व नालों में तालमेल न होने के कारण जलजमाव से फजीहत होती है. अतिक्रमण से शहर में रोज जाम लगता है. बैठक में सचिव अंजनी कुमार, प्रभाकर कुमार सिन्हा, बालेश्वर नारायण सिंह, रवींद्र कुमार सिन्हा, राम तपन सिंह, मधु मंगल ठाकुर, राधिका रमण, हरिनारायण गुप्ता, मधुरेन्द्र कुमार, अमरनाथ मलहोत्रा, कृष्ण मोहन प्रसाद, डॉ हिमांशु कुमार सिन्हा, डॉ शारदा चरण, शारदानंद प्रसाद सिन्हा, जयनंदन प्रसाद, मदन मोहन घई, हीरालाल श्रीवास्तव, अनिल कुमार महतो, डॉ महेश्वर झा, दीनबंधु ठाकुर, कृष्ण मुरारी विनायक, देवेन्द्र प्रसाद शर्मा, जय बल्लभ प्रसाद, अशोक कुमार सिंह आदि थे.