पूछताछ काउंटर पर कर्मचारी नहीं, यात्रियों ने किया बवाल
इंक्वायरी कक्ष में लगा फोन भी बंदफोटो दीपक मुजफ्फरपुर. पूछताछ काउंटर पर सोमवार को एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं थे. यात्री ट्रेनों की जानकारी लेने के लिए परेशान थे. काफी इंतजार के बाद कर्मचारी काउंटर पर नहीं, तब यात्रियों का सब्र का बांध टूट गया. यात्री पूछताछ काउंटर में घुस कर हंगामा करने लगे. कुछ […]
इंक्वायरी कक्ष में लगा फोन भी बंदफोटो दीपक मुजफ्फरपुर. पूछताछ काउंटर पर सोमवार को एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं थे. यात्री ट्रेनों की जानकारी लेने के लिए परेशान थे. काफी इंतजार के बाद कर्मचारी काउंटर पर नहीं, तब यात्रियों का सब्र का बांध टूट गया. यात्री पूछताछ काउंटर में घुस कर हंगामा करने लगे. कुछ पल बाद आरपीएफ के जवान ने पहुंच कर मामले को शांत किया. फोन भी महीनों से खराबस्टेशन पर इंक्वायरी कक्ष में लगा फोन स्थायी रूप से बंद पड़ा है. बार-बार रिंग करने के बावजूद कर्मचारी फोन रिसीव नहीं करते. इस कारण दूर-दराज से लोगों को ट्रेनों की जानकारी हासिल करने में खासी मशक्कत करनी पड़ती है. दूसरी तरफ इंक्वायरी केंद्र में रेलवे के तैनात कर्मचारियों के नहीं बैठने से ट्रेनों की अक्सर गलत जानकारी यात्रियों को मिलती है. पूछताछ केंद्र में तैनात कर्मचारी रह कर अपनी ड्यूटी भी पूरा नहीं करते हैं, बल्कि काउंटर पर अक्सर सफाईकर्मी व आसपास के लोग दिखे जाते हैं. पूछताछ केंद्र में बैठने वालों को कर्मचारी देते हैं पैसा रेल सूत्रों की माने तो तैनात कर्मियों द्वारा इन्हें प्रतिदिन बीस से तीस रु पये देकर रखा जाता है. इसके बदले ये नाजायज रूप से इंक्वायरी का काम संभालते हैं. वहीं रेलवे से मोटी पगार पाने वाले तैनात कर्मचारी आराम से पंखे की हवा खाते हैं. यात्रियों का कहना है कि केंद्र में बैठने वाला अक्सर ट्रेनों के संबंध में गलत जानकारी देता है.