बीआरए बिहार विवि: सत्र 2015-17 में नामांकन का मामला, रामबरन राय बीएड कॉलेज का नामांकन से इनकार

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में बीएड के सत्र 2015-17 में नामांकन एक बार फिर विवादों में फंस गया है. प्रवेश परीक्षा लेने व मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद रामबरन यादव बीएड कॉलेज (भगवानपुर, वैशाली) ने छात्र-छात्राओं का नामांकन लेने से इनकार कर दिया है. कॉलेज प्रबंधन का तर्क है कि उसने विवि के प्रवेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2015 8:44 AM
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में बीएड के सत्र 2015-17 में नामांकन एक बार फिर विवादों में फंस गया है. प्रवेश परीक्षा लेने व मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद रामबरन यादव बीएड कॉलेज (भगवानपुर, वैशाली) ने छात्र-छात्राओं का नामांकन लेने से इनकार कर दिया है. कॉलेज प्रबंधन का तर्क है कि उसने विवि के प्रवेश परीक्षा लेने के अधिकार पर हाइकोर्ट में मामला दर्ज करा रखा है, ऐसे में जब तक उसका फैसला नहीं आता, वे नामांकन नहीं ले सकते हैं.

फिर कॉलेज विवि के अंतर्गत भी नहीं आता है. इस कारण कॉलेज मेरिट लिस्ट में शामिल छात्रों का नामांकन लेने के लिए मजबूर नहीं है. उसके इस फैसले के कारण 75 छात्र-छात्राओं का नामांकन रुका हुआ है. शुक्रवार को यह मामला कुलपति डॉ पंडित पलांडे के समक्ष पहुंचा. मामले में उन्होंने अधिकारियों की आपात बैठक बुलायी. अधिकारियों का मत था कि भले ही बीएड कॉलेज विवि के अंतर्गत नहीं आता है, लेकिन उसका संबंद्धन विवि से है. ऐसे में कॉलेज प्रबंधन से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा जाये. बैठक के बाद परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार ने बताया कि इस मामले में कॉलेज प्रशासन से नामांकन नहीं लेने का लिखित जवाब मांगा जायेगा. जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.

आरक्षण को लेकर भी पेच : बीएड का जो रेगुलेशन तैयार किया गया है, उसमें आरक्षित कोटि के छात्रों के लिए नामांकन में राज्य सरकार के नियमों के तहत छूट की बात अंकित है. लेकिन कई कॉलेज प्रबंधकों को मालूम ही नहीं है कि सरकार की छूट का नियम क्या है! ऐसे में वे 47-48 प्रतिशत अंक वाले अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट में शामिल होने के बाद भी नामांकन लेने से इनकार कर रहे हैं. जब छात्र नियम के प्रावधान का जिक्र करते हैं, तो उन्हें विवि अधिकारियों से मिलने को कहा जा रहा है. ऐसे चार छात्र-छात्रएं शुक्रवार को कुलानुशासक से मिले. कुलानुशासक ने उन सभी के आवेदन पर उन्हें नामांकन योग्य बताते हुए प्राचार्य के नाम से अग्रसारित कर दिया है.
नामांकन के योग्य नहीं, मेरिट लिस्ट में शामिल
विवि प्रशासन ने तीन अंगीभूत व तीस संबद्ध बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए 2550 अभ्यर्थियों का कॉलेजवार मेरिट लिस्ट जारी किया है. इसमें व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी है. लिस्ट में कई ऐसे अभ्यर्थियों को भी शामिल कर लिया गया है, जो नामांकन की योग्यता ही नहीं रखते हैं. दरअसल, बीएड कोर्स में नामांकन के लिए सामान्य कोटि के छात्र-छात्राओं को स्नातक में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक, आरक्षित कोटि के छात्रों के लिए स्नातक में न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक व वोकेशनल व इंजीनियरिंग से स्नातक छात्रों के लिए 55 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है. लेकिन सूची में कई ऐसे छात्र हैं, जिन्हें स्नातक में न्यूनतम मानक से भी कम अंक हैं. शुक्रवार को ऐसे करीब एक दर्जन छात्र कुलानुशासक डॉ सतीश कुमार राय व परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार से मिले. पर दोनों अधिकारियों ने मामले में कुछ भी कर पाने में असमर्थता जतायी. सवाल उठता है कि जब छात्र नामांकन के योग्य ही नहीं थे, तो आखिर उनका फॉर्म कैसे स्वीकार हो गया और उन्हें परीक्षा में शामिल होने की अनुमति कैसे मिल गयी? हालांकि इस मामले में अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
बीएड में नामांकन की तिथि बढ़ी
नामांकन में गड़बड़ियों को देखते हुए बीएड में नामांकन की तिथि बढ़ा दी गयी है. अब पहले मेरिट लिस्ट में शामिल अभ्यर्थी एक अगस्त तक नामांकन ले सकते हैं. पहले 25 जुलाई की तिथि ही निर्धारित थी. दूसरा मेरिट लिस्ट दो अगस्त को जारी होगा. उस लिस्ट में शामिल अभ्यर्थी आठ अगस्त तक नामांकन ले सकेंगे. दस अगस्त से कक्षाएं शुरू होंगी. यह जानकारी कुलानुशासक डॉ सतीश कुमार राय ने दी.

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