एसकेएमसीएच : तीन माह में दुबारा हुई अतिक्रमण हटाने की खानापूर्ति, कोर्ट ने दे रखा है सख्त निर्देश
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच में मंगलवार को डीसीएलआर पूर्वी कपिलेश्वर मिश्र व मुशहरी सीओ नवीन भूषण की देखरेख में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला. परिसर स्थित दुकानों को खाली करा दिया गया, लेकिन अधिकारियों को लौटने के साथ ही फिर से दुकानें फिर सज गयीं. एसकेएमसीएच की जमीन में बनी झोपड़ी को हटाने पहुंचने अधिकारियों व पुलिस […]
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच में मंगलवार को डीसीएलआर पूर्वी कपिलेश्वर मिश्र व मुशहरी सीओ नवीन भूषण की देखरेख में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला. परिसर स्थित दुकानों को खाली करा दिया गया, लेकिन अधिकारियों को लौटने के साथ ही फिर से दुकानें फिर सज गयीं. एसकेएमसीएच की जमीन में बनी झोपड़ी को हटाने पहुंचने अधिकारियों व पुलिस बल को महिलाओं ने कहा कि पहले जमीन का परचा दीजिये, इसके बाद झोपड़ी हटायेंगे. अतिक्रमण हटाने पहुंचे अधिकारियों का विरोध लोगों ने किया.
भिखनपुर में मिलेगी जमीन
बाद में डीसीएलआर ने लोगों से कहा कि भिखनपुर में जमीन चिह्न्ति कर लिया गया है. सभी को उपलब्ध करा दिया जायेगा, लेकिन तत्काल सभी को झोपड़ी हटाने का निर्देश दिया गया.
एक- दो झोपड़ी को हटाया भी गया. अंचलाधिकारी नवीन भूषण ने चेतावनी दी कि अतिक्रमण नहीं हटाने वालों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. करीब तीन घंटे तक अतिक्रमण हटाने का खेल चलता रहा. फिर भी झोपड़ियां नहीं हटीं. काफी संख्या में पुलिस बल को लगाया था, जिसमें महिला पुलिस की तैनाती की गई थी. इससे पूर्व भी गुड्डू बाबा द्वारा हाई कोर्ट में अतिक्रमण को लेकर याचिका दायर करने के बाद कोर्ट ने जिला प्रशासन को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था.
हचाने की हुई खानापूर्ति
कोर्ट के आदेश पर जिलाधिकारी ने डीसीएलआर व सीओ को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था. उस समय भी अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति हुई थी. इसके बाद फिर गुड्डू बाबा ने फिर कोर्ट में अपील की. कोर्ट के आदेश पर एक बार फिर मंगलवार को डीसीएलआर सीओ व अहियापुर थानाध्यक्ष चितरंजन ठाकुर पुलिस बल के साथ एसकेएमसीएच पहुंचे, जहां एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक सुनील शाही, प्राचार्य विकास कुमार भी मौजूद थे. मंगलवार को भी खानापूर्ति के बाद सभी अधिकारी लौट गये. चर्चा तो यह भी है कि एसकेएमसीएच के अधिकारियों से अतिक्रमण हटाने का प्रमाणपत्र भी ले लिया गया, लेकिन दुकानें पर झोपड़ियां ज्यों की त्यों हैं.
मुजफ्फरपुर : मेडिकल कॉलेज के पास वैसे तो 212 एकड़ जमीन है, लेकिन इसमें 40 एकड़ जमीन के कागज नहीं मिल रहे हैं. इस तरह से नौ केवाला में मेडिकल के पास 172 एकड़ जमीन है.
इसमें मेडिकल का 153 एकड़ पर कब्जा है, लेकिन 19 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण कर रखा गया है. इसी को लेकर गुड्डू बाबा की ओर से हाइकोर्ट में याचिका दाखिल की गयी है. पटना के रहनेवाले गुड्डू बाबा के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों की कब्जा जमीन को लेकर भी हाइकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है.
इनमें से कई स्थानों पर अतिक्रमण हटाया जा चुका है, लेकिन मुजफ्फरपुर में एसकेएमसीएच का अतिक्रमण अभी तक नहीं हट सका है. हालांकि इससे पहले भी परिसर से अतिक्रमण हटाने की कोशिश की गयी थी, तब भी उग्र प्रदर्शन हुआ था. सख्ती के बाद भी पुलिस व प्रशासन अतिक्रमण को स्थायी तौर पर हटवा नहीं पाया था. उस समय भी कुछ समय के लिए दुकानें हटा ली गयी थीं. उसके बाद फिर से उन्हें लगा लिया गया था. अतिक्रमण हटाने का मामला सालों से चल रहा है.
मुजफ्फरपुर. एलएस कॉलेज के डय़ूक हॉस्टल में मंगलवार की शाम बीबीए के छात्र मुरारी कुमार को करंट लग गया, जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गया. सूचना पाकर प्राचार्य डॉ अमरेंद्र नारायण यादव व बर्सर डॉ बीएस झा मौके पर पहुंचे. बाद में छात्रों की मदद से उसे एक निजी क्लिनिक में भरती कराया गया. जहां इलाज के बाद वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है.
मुरारी सीतामढ़ी निवासी संजय सिंह का पुत्र है. वह काफी समय से डय़ूक हॉस्टल में रह रहा है. मंगलवार की शाम पांच बजे वह पानी के लिए मोटर चलाने गया. स्विच नहीं होने के कारण वह तार को मेन तार में फंसाने लगा. इसी क्रम में उसका हाथ नंगे तार को छू गया, जिससे उसे तेज झटका लगा और वह मौके पर ही बेहोश हो गया. शुरुआत में छात्रों ने उसे संभाला. प्राचार्य की पहल पर डॉ दिनेश कुमार उसे देखने हॉस्टल पहुंचे. उनके निर्देश पर उसे क्लिनिक में भरती कराया गया.
जानकारी हो कि बिजली की वायरिंग नहीं होने की शिकायत हॉस्टल के छात्र काफी दिनों से कर रहे थे. लेकिन अभी तक इसका सुधार नहीं हो सका है.
मुजफ्फरपुर : काजी मोहम्मदपुर के रामराजी रोड मोहल्ला से महिला समूह की राशि लेकर चार माह से फरार महिला को स्थानीय महिलाओं ने धर दबोचा. महिला को रामराजी रोड लाकर घर में बंद कर दिया.
दर्जनों महिलाएं अपनी राशि वापस करने की मांग कर रही थीं. काजी मोहम्मदपुर पुलिस मौके पर पहुंचकर आरोपित महिला को थाना लायी. इसके बाद पीड़ित महिलाएं थाना पर पहुंच गयीं और अपनी राशि वापस कराने की मांग करने लगीं.
बनाया था स्वयं सहायता समूह. वैशाली के बिदुपुर की रीना देवी छह माह पहले रामराजी रोड मोहल्ला में किराये का मकान लेकर रहने आयी थी. उसने आसपास की महिलाओं का स्वयं सहायता समूह बनाया.
मोहल्ले में पांच सहायता समूह बनाये. प्रत्येक में पंद्रह महिलाओं को जोड़ा. अप्रैल माह में रीना सभी पांच समूहों से पंद्रह-पंद्रह हजार रुपये लेकर फरार हो गयी. समूह की महिलाओं ने उससे फोन पर संपर्क करना चाहा, लेकिन बात नहीं हो पायी. इसके बाद उसकी खोजबीन होने लगी.
कलह का शिकार थीं सदस्य. समूह से राशि लेकर भागने के बाद इससे जुड़ी महिलाओं की परेशानी बढ़ गयी. सुनीता देवी ने कहा कि नियमत: रीना द्वारा ली गयी राशि को समूह की अन्य महिलाओं को जमा करना पड़ रहा था. रीना ने सभी पांचों समूह से राशि ली थी और वह सभी समूह से जुड़ी थी. इसलिए सभी समूहों की करीब 70 महिलाओं को उसके द्वारा ली गयी राशि हर माह चुकानी करनी पड़ रही थी. इसको लेकर समूह से जुड़ी सभी महिलाओं के घर में कलह हो रहा था.
पूजा ने रीना को पकड़वाया. पूजा (16) ने रीना के कच्ची-पक्की चौक पर रीना के ठिकाने का पता लगा लिया. रीना के पकड़े जाने की खबर सुनते ही आसपास के लोग जमा हो गये. महिलाएं रीना से तुरंत अपना पैसा वापस चाहती थी, लेकिन पुलिस उसे पकड़ कर थाने ले आयी, जहां रुपये वापस करने की मांग को लेकर देर रात तक महिलाएं डटी हुई थीं.
बीमार बेटे के इलाज में खर्च हुई थी राशि
रीना ने बताया कि उसने किसी से ठगी नहीं की है. उसने स्वयं सहायता समूह से कर्ज लिया था. इसी बीच उसका बेटा बीमार हो गया. दिल्ली में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. इसके बाद वो सदमे में आ गयी. लौटाने के लिए वो राशि की व्यवस्था कर ही रही थी. इसी बीच उसे पकड़ लिया गया. अब मैं सबका बकाया चुकाऊंगी.