बिहार के कॉलेजों में नहीं शुरू होगा बी-वोक कोर्स
मुजफ्फरपुर : दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र में जगह नहीं पाने वाले बिहार के उच्च शिक्षण संस्थानों को एक और झटका लगा है. विवि अनुदान आयोग ने यहां के कॉलेजों को बैचलर ऑफ वोकेशनल (बी-वोक) कोर्स के संचालन के योग्य भी नहीं माना है. बिहार से तीन कॉलेजों ने यह कोर्स शुरू करने के लिए आवेदन […]
मुजफ्फरपुर : दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र में जगह नहीं पाने वाले बिहार के उच्च शिक्षण संस्थानों को एक और झटका लगा है. विवि अनुदान आयोग ने यहां के कॉलेजों को बैचलर ऑफ वोकेशनल (बी-वोक) कोर्स के संचालन के योग्य भी नहीं माना है.
बिहार से तीन कॉलेजों ने यह कोर्स शुरू करने के लिए आवेदन दिया था. इसमें आरडीएस कॉलेज (मुजफ्फरपुर), आरएम कॉलेज (सहरसा) व सबौर कॉलेज (सबौर, भागलपुर) शामिल थे. 20 से 24 जुलाई तक यूजीसी की एक्सपर्ट कमेटी ने आवेदन करने वाले सभी कॉलेजों की सुविधाओं की जांच की.
इसमें तीनों कॉलेजों की सुविधा को इस कोर्स के योग्य नहीं माना गया. आरडीएस कॉलेज ने बी-वोक कार्यक्रम के तहत तीन कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव रखा था. ये थे, रिटेल, बीएफएसआइ (बैंकिंग, फाइनेंस, सर्विसेज, इंश्योरेंस) व कमर्शियल एक्वाकल्चर एंड फिशरीज. इसके लिए कॉलेज ने कोलकाता की एजेंसी ‘ओरियन इन्फोटेक’ व खुद के इंडस्ट्रीयल फिश एंड फिशरीज विभाग के साथ अनुबंध किया था, लेकिन यूजीसी ने इसे काफी नहीं माना.
59 शिक्षण संस्थानों का चयन
बी-वोक कार्यक्रम के लिए देश के 59 शिक्षण संस्थानों का चयन किया गया है. इसमें से 54 शिक्षण संस्थानों को 2015-16 में कोर्स चलाने के लिए 25 लाख रुपये से 1.70 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है. वहीं पांच कॉलेजों को बिना अनुदान कोर्स चलाने की अनुमति मिली है.
यह सेल्फ फाइनेंस पर आधारित होता है. इससे पूर्व दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के लिए बिहार से 38 शिक्षण संस्थानों ने आवेदन दिया था, लेकिन सभी के आवेदन सुविधाओं की जांच के बाद खारिज कर दिये गये थे.