बाबा नगरी में गुजारेंगे रात
मुजफ्फरपुर : बाबा को जल भले ही रविवार की रात 12 बजे के बाद अर्पित करूं गा, लेकिन शनिवार की रात बाबा की नगरी में ही रहूंगा. शनिवार की रात तुर्की से बाबा की नगरी में प्रवेश करते हुए कांवरियों के जत्थे का यह संकल्प साफ दिख रहा था. ऐसा पहली बार दिखा कि जलाभिषेक […]
मुजफ्फरपुर : बाबा को जल भले ही रविवार की रात 12 बजे के बाद अर्पित करूं गा, लेकिन शनिवार की रात बाबा की नगरी में ही रहूंगा. शनिवार की रात तुर्की से बाबा की नगरी में प्रवेश करते हुए कांवरियों के जत्थे का यह संकल्प साफ दिख रहा था. ऐसा पहली बार दिखा कि जलाभिषेक से एक दिन पहले ही कांवरियों का हुजूम शहर में प्रवेश कर रहा हो. रात जैसे-जैसे चढ़ रही थी, कांवरियों का कारवां भी बढ़ता जा रहा था.
रामदयालु पहुंचने के बाद कांवरिये शुक्ला परिवार, मारवाड़ी युवा मंच, आरडीएस कॉलेज व आरबीटीएस कॉलेज में आश्रय ले रहे थे. कांवरियों की भीड़ देख कर सेवा शिविर वाले भी हैरत में थे. किसी ने यह उम्मीद नहीं की थी कि शनिवार को ही कांवरियों का जत्था शहर पहुंच जायेगा.
हालांकि शिविर में आकलन के लिहाज से कांवरियों का भोजन बनता रहा. इन सेंटरों पर कांवरियों के ठहरने की पूरी व्यवस्था थी. एसडीओ सुनील कुमार जिला प्रशासन के आश्रय स्थलों का जायजा लिया. हालांकि कई कांवरियों का जत्था शहर में भी प्रवेश करता रहा. इन कांवरियों ने डीएन हाई स्कूल व साहू पोखर स्थित लगे शिविर में रात बितायी.
जहां जगह मिली रात बितायी
रामदयालु पहुंचने वाले दर्जनों कांवरिये लाइन होटल के बाहर, पेट्रोल पंप व मंदिर के पास गमछा व चादर बिछा कर लेट गये. कई कांवरिये ऐसे थे, जिन्हें एक कदम भी चलना मुश्किल हो रहा था. ऐसे कांवरियों ने इन जगहों पर भी आश्रय लेना उचित समझा. हालांकि इन जगहों पर भी कांवरियों के ठहरने की व्यवस्था थी. इसके अलावा छोटे मंदिरों पर भी कांवरियों बैठ कर अपनी थकान मिटा रहे थे.