आरपीएफ ने फिर खंगाला सीसीटीवी कैमरा

मुजफ्फरपुर : कांउटर नंबर पांच से जारी जाली टिकट मामले में आरपीएफ सबूत जुटाने में लगी है. इसी सिलसिले में बुधवार को एक बार फिर यूटीएस काउंटर पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया. काउंटर पर जाने वाले हर यात्री को देखा जा रहा था. टिकट खरीदने वाले जहांगीर साह रविवार को जिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2015 8:16 AM
मुजफ्फरपुर : कांउटर नंबर पांच से जारी जाली टिकट मामले में आरपीएफ सबूत जुटाने में लगी है. इसी सिलसिले में बुधवार को एक बार फिर यूटीएस काउंटर पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया. काउंटर पर जाने वाले हर यात्री को देखा जा रहा था.
टिकट खरीदने वाले जहांगीर साह रविवार को जिस कलर की शर्ट पहने हुए थे, उससे उसकी पहचान करने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन कैमरे पर लाइट पड़ने को लेकर फुटेज स्पष्ट नहीं दिखाई दे रहा था. करीब एक घंटा तक फुटेज खंगालने के बाद भी जहांगीर साह की पहचान नहीं हो सकी. हालांकि काउंटर से बाहर निकलने वाले गेट के कैमरे में जहांगीर साह दिखाई पड़ा है.
मुजफ्फरपुर : कांउटर नंबर पांच से जारी जाली टिकट मामले में आरपीएफ सबूत जुटाने में लगी है. इसी सिलसिले में बुधवार को एक बार फिर यूटीएस काउंटर पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया. काउंटर पर जाने वाले हर यात्री को देखा जा रहा था.
टिकट खरीदने वाले जहांगीर साह रविवार को जिस कलर की शर्ट पहने हुए थे, उससे उसकी पहचान करने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन कैमरे पर लाइट पड़ने को लेकर फुटेज स्पष्ट नहीं दिखाई दे रहा था. करीब एक घंटा तक फुटेज खंगालने के बाद भी जहांगीर साह की पहचान नहीं हो सकी. हालांकि काउंटर से बाहर निकलने वाले गेट के कैमरे में जहांगीर साह दिखाई पड़ा है.
जीआरपी ने दर्ज की प्राथमिकी
आरपीएफ ने जाली टिकट के मामले की रिपोर्ट जीआरपी को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए भेज दी. रिपोर्ट मिलने के बाद
जीआरपी ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. आरपीएफ ने जो रिपोर्ट तैयार की है, उसमें यात्री जहांगीर साह ने जो बयान दिया था व टिकट क्लर्क राजीव रंजन गिरि से जो बयान लिया गया है, वह लिखा गया है. इसके अलावा घटना के वक्त जो साक्ष्य यूटीएस काउंटर से बरामद किये गये हैं, वह भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है. इसके अलावा जिन बिंदुओं पर आरपीएफ कमांडेंट लालजी भारती ने आरपीएफ को अनुसंधान करने को कहा था, उस पर अनुसंधान कर रिपोर्ट तैयार की गयी. उस रिपोर्ट को भी जीआरपी को सौंप दिया गया है. जीआरपी के जांच के बाद जाली टिकट मामले में गिरोह का परदाफाश हो सकता है.

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