नवरुणा कांड : शुरुआत में ही पुलिस अधिकारियों ने की जांच में लापरवाही!

मुजफ्फरपुर : चर्चित नवरुणा कांड में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच में लगाए गए दारोगा व इंसपेक्टर रैंक के अधिकारियों ने घोर लापरवाही की, जिसका खुलासा तत्कालीन नगर डीएसपी उपेंद्र प्रसाद यादव ने वरीय पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार काे सौंपे अपनी जांच रिपोर्ट में किया था. एसएसपी को सौंपे रिपोर्ट में नगर डीएसपी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2015 8:28 AM
मुजफ्फरपुर : चर्चित नवरुणा कांड में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच में लगाए गए दारोगा व इंसपेक्टर रैंक के अधिकारियों ने घोर लापरवाही की, जिसका खुलासा तत्कालीन नगर डीएसपी उपेंद्र प्रसाद यादव ने वरीय पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार काे सौंपे अपनी जांच रिपोर्ट में किया था. एसएसपी को सौंपे रिपोर्ट में नगर डीएसपी ने बताया था कि महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील घटना के उद्भेदन कार्य में लगाए गए अधिकारियों ने न सिर्फ घोर लापरवाही बरती है, बल्कि अपने कार्याें में कर्तव्यहीनता व वरीय पुलिस अधिकारियों के आदेश का उलंघन भी किया है.

उन्होंने जांच में लगाए गए उन सभी पदाधिकारियों से इस लापरवाही के कारण स्पष्टीकरण की भी मांग की थी. नवरुणा के माता-पिता भी जांच में लगे पुलिस अधिकारियों पर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश का आरोप लगाया था और यह बात सीबीआइ अधिकारियों के सामने भी रखी थी.

इस संबंध में नगर डीएसपी उपेंद्र प्रसाद यादव ने वरीय पुलिस अधीक्षक को 31 अक्तूबर 2012 तथा एक व नौ नवंबर 2012 को पत्र लिखा था. तीनों ही पत्र में जांच अधिकारियों पर एक ही तरह के आरोप लगाये थे.

उपेंद्र प्रसाद ने एएसपी द्वारा मांगे गये जांच रिपोर्ट में कहा था कि पुअनि शैलेंद्र कुमार व अमित कुमार को सेंट जेवियर्स स्कूल में पूछताछ का जिम्मा दिया गया था, वहीं रमन कुमार व महिला थानाध्यक्ष सुनीता कुमारी को नवरुणा की सहेलियों से लेकर सेंट जेवियर्स स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों से पूछताछ व उनके मोबाइल नंबर पता लगाने को कहा गया था. पुअनि ज्ञान प्रकाश व अमान अशरफ को शिवराम होटल व उसके कर्मचारियों से पूछताछ करने, पुअनि संतोष कुमार व विभा रानी को ट्रैफिकिंग के हिसाब से संवेदनशील इलाकों, विशेषकर चतुर्भुज स्थान में छापेमारी करने, पुअनि जितेंद्र कुमार व संजना शबनम को नवरुणा के परिवार में जाकर आवश्यक पूछताछ कर सूचना प्राप्त करने का निर्देश दिया गया था.

पुअनि रामबाबू राम व देव कुमार तिवारी को नवरुणा के मित्र आदित्या से पूछताछ करने, पुअनि मुकुल परिमल पांडेय व शशिकांत को सर्विलांस शाखा द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में शिवराम होटल के 22 कर्मचारियों के मोबाइल नंबर के सीडीआर से जानकारी प्राप्त करने व अन्य जानकारी लेने का निर्देश दिया गया था. पुअनि प्रवीण कुमार प्रभार व राम बालक यादव को टॉवर के गार्ड सुनील कुमार से पूछताछ करने, पुअनि जितेंद्र कुमार व शशि रंजन कुमार को जेल में बंद अभियुक्त सुदीप कुमार चक्रवर्ती, रमेश कुमार उर्फ बबलू व सत्यनारायण पटेल को रिमांड पर लेकर विशेष पूछताछ करने का निर्देश दिया गया था. इसी तरह पुअनि मुकेश कुमार शर्मा व धनंजय कुमार को घटना स्थल के आस-पास के दुकानदारों व अन्य लोगों से पूछताछ करने की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके अलावा सुनीता कुमारी व संजना शबनम को अपहृता के घर में कार्यरत नौकरानी से पूछताछ करने का निर्देश दिया गया था. पूअनि शंभू भगत व अजय कुमार, थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार व सुनील कुमार को जमीन खरीद-फरोख्त से संबंधित जानकारियां लेने के लिए लगाया था.

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