बननी थी चार हजार, बनी सिर्फ सौ
शहर में खराब वेपर लाइट की मरम्मत को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं मुजफ्फरपुर : शहर में खराब वेपर व हाइ मास्ट लाइट की मरम्मत को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं है. निगम बोर्ड में लिये गये फैसला के बाद भी मरम्मत का कार्य की जो गति है, उसे तेज नहीं किया जा रहा है. […]
शहर में खराब वेपर लाइट की मरम्मत को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं
मुजफ्फरपुर : शहर में खराब वेपर व हाइ मास्ट लाइट की मरम्मत को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं है. निगम बोर्ड में लिये गये फैसला के बाद भी मरम्मत का कार्य की जो गति है, उसे तेज नहीं किया जा रहा है.
दो सितंबर को हुई बोर्ड की बैठक में शहर के लगे अधिकांश वेपर लाइट के खराब रहने के कारण सदस्यों ने खूब हंगामा किया था. तब नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन ने दस दिनों में सूची तैयार कर लाइट मरम्मत कराने की बात कही थी. आठ दिन बीत गये, लेकिन शहर में खराब वेपर लाइट में से पांच फीसदी लाइट की भी नगर निगम ठीक नहीं करा पाया है.
इससे पार्षदों में रोष है. इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को आधा दर्जन पार्षद नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे थे, लेकिन नगर आयुक्त के अन्य कार्यों में व्यस्त रहने के कारण पार्षद मिले बगैर वापस लौट गये. पार्षद शीतल गुप्ता, त्रिभुवन राय आदि ने बताया कि नगर निगम में फिलहाल जो स्थिति बनी है, इससे अब हमलोग पब्लिक के सामने झूठा साबित हो रहे है. हालांकि, विधुत शाखा से जुड़े पदाधिकारी व कर्मचारी का दावा है कि वैपर लाइट की मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है.
चार हजार वेपर खराब हैं: शहर के मुख्य सड़कों से लेकर गली-मुहल्ले तक में छह हजार के आसपास वेपर लाइट लगा है. प्रमुख चौक-चौराहों पर 22 हाइ मास्ट लाइट है, लेकिन इसमें से करीब चार हजार वेपर लाइट खराब पड़ा है. 22 हाइ मास्ट में से चार से पांच हाइ मास्ट लाइट रात्रि में जलता है. बाकी खराब है. इस कारण रात्रि में शहर के सड़कों पर चलने वाले लोगों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.