अस्पताल प्रबंधन ने की लीपापोती
मुजफ्फरपुर: बैरिया स्थित मां जानकी अस्पताल के आइसीयू में 19 साल की युवती आरती (काल्पनिक नाम) से दुष्कर्म के प्रयास मामले में पूरा अस्पताल प्रबंधन कटघरे में आ गया है. गुरुवार को नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार मौके पर जाकर डॉक्टर, नर्स, दाई व मरीजों से भी पूछताछ की. पूछताछ के बाद अस्पताल के प्रबंधक डॉ […]
मुजफ्फरपुर: बैरिया स्थित मां जानकी अस्पताल के आइसीयू में 19 साल की युवती आरती (काल्पनिक नाम) से दुष्कर्म के प्रयास मामले में पूरा अस्पताल प्रबंधन कटघरे में आ गया है. गुरुवार को नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार मौके पर जाकर डॉक्टर, नर्स, दाई व मरीजों से भी पूछताछ की. पूछताछ के बाद अस्पताल के प्रबंधक डॉ धीरेंद्र प्रसाद भी सवालों के घेरे में आ गये हैं.
पुलिस के समक्ष दाई व नर्स ने पूरे प्रकरण से पल्ला झाड़ते हुए घटना के संबंध में कुछ भी बयान देने से इनकार कर दिया. नर्स कुमकुम श्रीवास्तव ने पुलिस को बताया कि घटना के समय वह पूजा करने गयी थी. शोर सुन कर वह वापस लौटी थी. वहीं दाई शीला देवी ने कहा कि वह सोमवार की शाम दूसरे कमरे में ड्यूटी कर रही थी. उसे घटना के संबंध में कुछ भी पता नहीं है. अस्पताल के स्टाफ संजीव रंजन ने बताया कि आइसीयू में तोड़फोड़ की सूचना उसने ही पुलिस को दी थी. सूचना पर ही अहियापुर पुलिस मौके पर पहुंची थी.
इधर, डॉ धीरेंद्र प्रसाद से नगर डीएसपी ने खुद पूछताछ की. पूछताछ के दौरान डॉक्टर ने आइसीयू में किसी भी प्रकार की घटना से इनकार करते हुए अपने अन्य स्टाफ से पूछताछ करने की बात कही, लेकिन उसके पूर्व ही पुलिस स्टाफ से पूछताछ कर चुकी थी. पूछताछ के दौरान कर्मचारी पूरे प्रकरण में अस्पताल प्रबंधक के पक्ष में बयान देने से बचते रहे.
रजिस्टर देख चौंक गये डीएसपी
दुष्कर्म के प्रयास में जेल भेजे गये चंदन का नाम उपस्थिति रजिस्टर में देख नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार चौंक गये. बताया जाता है कि सोमवार की शाम सात बजे की घटना के बाद से ही चंदन को गिरफ्तार कर लिया गया था. मंगलवार की दोपहर उसे जेल भी भेज दिया गया, लेकिन अस्पताल के रजिस्टर में चंदन की हाजिरी जेल जाने के बाद भी बन रही थी.
डीएसपी ने अनुसंधानक अशोक दास को फौरन रजिस्टर जब्त करने का निर्देश दिया. वहीं इस मामले में रजिस्टर की जब्ती सूची बनाने को कहा.
चलेगा स्पीडी ट्रायल
आइसीयू में दुष्कर्म के प्रयास मामले में जेल भेजे गये चंदन के खिलाफ स्पीडी ट्रायल के तहत मामला चलाने का निर्देश दिया गया है. यहीं नहीं, आइओ को पूरे मामले में अविलंब चाजर्शीट दायर करने को कहा गया है. बताया जाता है कि एसएसपी सौरभ कुमार खुद पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने नगर डीएसपी से इस संबंध में जानकारी भी ली. यहीं नहीं, पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन के साक्ष्य छिपाने की बात सामने आने पर प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात भी कही गयी है.