स्मार्ट सिटी. पहले लोगों को करेगा जागरूक, फिर गंदगी फैलाने पर निगम लगायेगा जुर्माना, तमिलनाडु जैसा लगेगा कूड़ा ट्रीटमेंट प्लांट

मुजफ्फरपुर: शहर को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर तैयार किये गये संभावित नक्शा व प्लान में शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने का विशेष कार्य योजना तैयार की गयी है. कूड़ा-कचरा प्रबंधन को लेकर तमिलनाडु व श्रीनगर की तर्ज पर रौतनिया में कचरा निस्तारण प्लांट लगाया जायेगा. इससे ऊर्जा का संचार भी होगा. ऊर्जा संचार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2015 2:14 AM
मुजफ्फरपुर: शहर को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर तैयार किये गये संभावित नक्शा व प्लान में शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने का विशेष कार्य योजना तैयार की गयी है. कूड़ा-कचरा प्रबंधन को लेकर तमिलनाडु व श्रीनगर की तर्ज पर रौतनिया में कचरा निस्तारण प्लांट लगाया जायेगा. इससे ऊर्जा का संचार भी होगा. ऊर्जा संचार कर निगम चार करोड़ रुपये वार्षिक इनकम कर सकता है. आलिया कंसल्टिंग एजेंसी ने प्लान में शहर के गंदे इलाके को चिह्नित करते हुए स्वच्छता को लेकर नगर निगम को लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के साथ सख्त होने का सुझाव दिया है. यानी गंदगी फैलाने पर नगर निगम ऑन स्पॉट जुर्माना का भी प्रावधान करेगा.
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ लगेगा डस्टबीन
पहले चरण में शहर के सभी वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ शहर के गली-मोहल्ले, प्रतिष्ठान व घरों में डस्टबीन लगायेगा. इसमें तीन डस्टबीन अलग-अलग कलर के होंगे. नीला, हरा व काला रंग के लगाये जाने वाले डस्टबीन में अलग-अलग तरह के कूड़ा डाले जायेंगे. नीला रंग के डस्टबीन में केमिकल, हरा रंग के डस्टबीन में मैटेरियल व काले रंग के डस्टबीन में प्लास्टिक व नहीं गलने वाले चीजों को डाला जायेगा. तीनों डस्टबीन ढंके हुए होंगे. रोज सुबह निगम का कचरा उठाने वाला वैन पहुंचकर अलग-अलग तरीके से डस्टबीन को कूड़ा उठा प्लांट तक ले जायेगा.
ड्रेस में होंगे सफाईकर्मी
नगर निगम के सफाईकर्मी ड्रेस में होंगे. ड्रेस के कलर का सेलेक्शन नगर निगम करेगा. इसके अलावा कर्मियों की स्वास्थ्य जांच के लिए बेहतर अस्पताल भी बनाये जायेंगे. इसमें देश के टॉप अस्पतालों की तरह मरीजों को सुविधा मुहैया कराया जायेगा.
स्मार्ट मीटर से होगी बिजली की आपूर्ति
स्मार्ट शहर के साथ विद्युत वितरण करने वाली कंपनी स्मार्ट मीटर लगायेगी. आलिया कंसल्टिंग ने इसको लेकर भी प्लान बनाया है. स्मार्ट मीटर से ट्रांसफार्मर पर बिजली पहुंचने के बाद उपभोक्ता तक बिजली पहुंचने के बीच में कहीं भी बिजली चोरी होने और मीटर के साथ छेड़छाड़ होने पर बिजली आपूर्ति ऑनलाइन बंद हो जायेगी. मीटर लगने से बिजली खपत में कमी आयेगी और उपभोक्ताओं की समस्याओं का ऑनलाइन समाधान भी होगा.

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