मानसिक रोगी भी आमलोग की तरह सामाजिक प्राणी है
मानसिक रोगी भी आमलोग की तरह सामाजिक प्राणी हैसंवाददाता, मुजफ्फरपुर : मानसिक रोगी भी आम लोगों की तरह सामाजिक प्राणी है, उनके साथ किया गया अच्छा व्यवहार उनके लिए उपचार की तरह काम करता है. मानसिक रोगियों की किसी भी स्थिति में उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए, बल्कि उनकी अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए […]
मानसिक रोगी भी आमलोग की तरह सामाजिक प्राणी हैसंवाददाता, मुजफ्फरपुर : मानसिक रोगी भी आम लोगों की तरह सामाजिक प्राणी है, उनके साथ किया गया अच्छा व्यवहार उनके लिए उपचार की तरह काम करता है. मानसिक रोगियों की किसी भी स्थिति में उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए, बल्कि उनकी अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए उनकी स्थिति में सुधार लाया जा सकता है. उक्त बातें सेवा संकल्प व विकास समिति द्वारा संचालित बालिका गृह की विशेष इकाई में शनिवार को विश्व मानसिक दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में डॉ मृदुला सिन्हा ने कही. वहीं प्रो लक्ष्मेश्वर ठाकुर ने कहा कि मानसिक रोगियों की समस्याओं का मनौवैज्ञानिक ढंग से समाधान किया जाना चाहिए. चूंकि मनौवैज्ञानिक प्रयास सबसे ज्यादा कामयाब साबित होते है. साथ ही उनके साथ सदभावपूर्ण व्यवहार करने पर जोर दिया और कहा कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्या को भी प्रतिष्ठित ढंग से देखा और समझा जाना चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता बालिका गृह आवास की अधीक्षिका इंदू कुमारी ने की. समारोह में नेहा कुमारी, राजीव रंजन, आलोक कुमार, विनय कुमार प्रशांत, मीनू कुमारी आदि ने भी अपने विचार रखे.