पिता की विरासत संभालने को डॉ अरुण व अजय मैदान में
पिता की विरासत संभालने को डॉ अरुण व अजय मैदान में -भाजपा ने दिग्गज नेताओं के बेटों पर बरुराज व मीनापुर में आजमाया भाग्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर बरुराज विधान सभा से डॉ अरुण कुमार सिंह व मीनापुर विधान सभा से अजय कुमार ने सोमवार को अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालने के लिए दावेदारी ठोक दी. […]
पिता की विरासत संभालने को डॉ अरुण व अजय मैदान में -भाजपा ने दिग्गज नेताओं के बेटों पर बरुराज व मीनापुर में आजमाया भाग्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर बरुराज विधान सभा से डॉ अरुण कुमार सिंह व मीनापुर विधान सभा से अजय कुमार ने सोमवार को अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालने के लिए दावेदारी ठोक दी. भाजपा ने राजनीतिक पृष्ठभूमि को देखते हुए दोनों युवाओं पर भाग्य आजमाया है. नामांकन के पांचवें दिन दोनों ने नामांकन परचा दाखिल किया. शपथ पत्र के मुताबिक दोनों उम्मीदवार करोड़पति है. बरूराज से राजद विधायक ब्रजकिशोर सिंह के पुत्र अरुण कुमार को भाजपा ने बरुराज से ही अपना उम्मीदवार बनाया है. अरुण कुमार ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से 1991 में स्नातक व 1994 में स्नातकोत्तर किया, जबकि 1998 में पीएचडी की डिग्री ली. वे असलहे और जेवर के शौकीन है. उनके पास साढ़े छह लाख रुपये का जेवर व एक पिस्टल व एक बंदूक है. उनके ऊपर एक आपराधिक मामला भी दर्ज है. वहीं अजय कुमार मीनापुर के जदयू विधायक दिनेश प्रसाद के पुत्र है. श्री प्रसाद की राजनीतिक हैसियत को देखते हुए उनको भाजपा ने मीनापुर से ही टिकट दिया है. उन्होंने 1995 में इंटरमीडिएट की शिक्षा ग्रहण की है. चुनाव मैदान में पहली बार ही भाजपा के टिकट पर उतरे श्री कुमार पैदल है. शपथ पत्र के मुताबिक उनके पास कोई वाहन नहीं है, न ही कोई असलहा है. दो मामलों में संबंधित न्यायालय से आरोप विरचित किये गए हैं. जमीन के मामले में संपन्न है राजद के मुन्ना यादव मुजफ्फरपुर. मीनापुर विधान सभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार मुन्ना यादव जमीन के मामले में काफी संपन्न है. नामांकन के समय दिये गए शपथ पत्र के मुताबिक उनके पास कृषि योग्य दो एकड़ एक डिसमिल जमीन है, जिसकी चालू बाजार में अनुमानित कीमत 25.05 लाख रुपये आंकी गयी है. वहीं गैर कृषि योग्य भूमि 10 डिसमिल है, जो वर्तमान बाजार के हिसाब से 32 लाख रुपये की है. वे 13.50 लाख रुपये के बैंक के कर्जदार भी है. उनके पास 100 ग्राम सोने का जेवर है तथा चलने के लिए स्कॉर्पियो रखी है. असलहा के भी शौकीन है. उनके नाम पर राइफल व बंदूक है. उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है. उनके खिलाफ चार मामले दर्ज है, जिसमें एक 18 अक्तूबर 2010 को दर्ज आचार संहिता उलंघन का है.