पिछले चुनाव के विरोधी इस बार बन गए हैं दोस्त

मुजफ्फरपुर : वर्ष 2010 के विधान सभा चुनाव में भाजपा व जदयू गंठबंधन ने राजद व लोजपा गंठबंधन को उत्तर बिहार के 71 सीटों में से 59 सीटों पर मात दी थी. वहीं राजद ने भी भाजपा-जदयू को नौ सीटों पर पराजित किया था. दोनों गंठबंधन उस समय एक दूसरे के विरोधी थे, लेकिन इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2015 11:32 PM

मुजफ्फरपुर : वर्ष 2010 के विधान सभा चुनाव में भाजपा व जदयू गंठबंधन ने राजद व लोजपा गंठबंधन को उत्तर बिहार के 71 सीटों में से 59 सीटों पर मात दी थी. वहीं राजद ने भी भाजपा-जदयू को नौ सीटों पर पराजित किया था. दोनों गंठबंधन उस समय एक दूसरे के विरोधी थे, लेकिन इस चुनाव में दृश्य कुछ अलग ही है.

राज्य में बदले चुनावी परिदृश्य के बाद खास बात यह है कि पिछले चुनाव में दोनों गंठबंधनों का नेतृत्व करने वाले बड़े दल जदयू व राजद अब एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि जदयू की सहयोगी रह चुकी भाजपा अब राजद की सहयोगी लोजपा के साथ है. इस चुनाव में रालोसपा भी भाजपा गंठबंधन में है, वहीं पिछली बार अकेले सभी सीटों पर लड़ने वाली कांग्रेस राजद-जदयू के साथ मिल कर चुनाव लड़ रही है.

उत्तर बिहार में तिरहुत व दरभंगा प्रमंडल के आठ जिलों के 71 सीटों पर मुकाबला रोचक दिख रहा है. पिछले चुनाव में जदयू ने 32 सीटें जीती थीं, जबकि सहयोगी भाजपा ने 27 सीट पर कब्जा जमाया था. राजद को मात्र नौ सीट पर ही संतोष करना पड़ा था, जबकि तीन निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव जीते थे. जदयू ने राजद को 23 सीटों पर पराजित किया था, जबकि राजद ने भी जदयू को सात सीटों पर हराया था. इसी तरह भाजपा ने लोजपा को पांच सीटों पर मात दी थी. पिछले चुनाव में 32 सीटों पर जीत हासिल करने वाली जदयू इस बार केवल 29 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है. वहीं नौ सीटों पर चुनाव जीतने वाली राजद 36 सीटों पर चुनाव मैदान में है. गंठबंधन में शामिल कांग्रेस छह सीटों पर भाग्य आजमा रही है.

दूसरी ओर एनडीए में भाजपा ने 46 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं लोजपा 11, रालोसपा 10 व हम 4 सीट पर चुनाव लड़ रही है. इस बार पिछले चुनाव के कई विरोधी एक-दूसरे के सहयोग में रहेंगे. रोचक बात तो यह है कि मधुबनी के बाबूबढ़ी विधान सभा क्षेत्र से राजद के उमाकांत यादव ने जदयू के कपिलदेव कामत को हराया था, जबकि इस बार राजद-जदयू-कांग्रेस समर्थित गंठबंधन से कपिलदेव कामत जदयू के प्रत्याशी है. झंझारपुर से जदयू के नीतीश मिश्र चुनाव लड़े थे. इस बार यह सीट राजद के कोटे में चला गया है. यहां से राजद उम्मीदवार गुलाब यादव मैदान में है.

हरलाखी से जदयू के शालीग्राम यादव ने सीपीआइ के रामनरेश यादव को पराजित किया था. इस बार वह सीट कांग्रेस के कोटे में चली गइ है, जिस पर मो शाबिर उम्मीदवार है. बहादुरपुर से जदयू से मदन सहनी ने राजद के हरिनंदन यादव को हराया था, इस बार यह सीट राजद के कोटे में चली गई है जिस पर भोला यादव दावेदार है. वहीं सीतामढ़ी के रूनी सैदपुर से जदयू की गुड्डी देवी ने राजद के शत्रुघ्न यादव को हराया था, लेकिन इस सीट पर राजद के प्रत्याशी मंगीता देवी है. वहीं सुरसंड से जदयू प्रत्याशी के रूप में शाहिद अली खां ने राजद के जयनंदन यादव को पराजित किया था.

इस बार जदयू की जगह राजद प्रत्याशी के रूप में सैयद अबू दोजाना मैदान में है. मोतिहारी के गोविंदगंज से जदयू की मीना द्विवेदी ने लोजपा के राजू तिवारी को पराजित किया था. यह सीट कांग्रेस के कोटे में जाने के बाद ब्रजेश कुमार पांडेय प्रत्याशी है. नरकटियागंज से जदयू के श्याम बिहारी प्रसाद चुनाव जीते थे. इस बार राजद ने शमीम अहमद को प्रत्याशी बनाया है. बेतिया के बाल्मिकी नगर से जदयू के राजेश सहनी ने राजद के मुकेश कुमार कुशवाहा को हराया था. इस बार यहां से कांग्रेस के इरशाद हुसैन उम्मीदवार है. मुजफ्फरपुर में जदयू ने पिछले चुनाव में 11 में से 6 सीट जीती थी, लेकिन इस बार साहेबगंज, सकरा व मीनापुर विधान सभा सीट पर जदयू की जगह राजद के उम्मीदवार मैदान में है. इन तीनों जगहों पर जदयू ने राजद को पराजित किया था.

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