भगवान का चरण रज से अहल्यिा का हुआ उद्धार
भगवान का चरण रज से अहिल्या का हुआ उद्धार मुजफ्फरपुर. भगवानपुर के भवानी नगर में चल रहे रामकथा के तीसरे दिन रामादासाचार्य ने अहिल्या उद्धार की कथा सुनायी. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की कृपा प्रसाद से उनके चरण रज को मस्तक पर धारण कर अहिल्या तप पुंज होकर सुंदरी स्त्री के रूप में परिणत […]
भगवान का चरण रज से अहिल्या का हुआ उद्धार मुजफ्फरपुर. भगवानपुर के भवानी नगर में चल रहे रामकथा के तीसरे दिन रामादासाचार्य ने अहिल्या उद्धार की कथा सुनायी. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की कृपा प्रसाद से उनके चरण रज को मस्तक पर धारण कर अहिल्या तप पुंज होकर सुंदरी स्त्री के रूप में परिणत हो गयी. वह हाथ जोड कर प्रार्थना करने लगी कि भगवान आपने मुझ जैसी अपावन को पावन कर दिया. पुष्पा वाटिका का प्रसंग सुनाते हुए रामादासाचार्य ने कहा कि मां भवानी की पूजा अनुराग करने पर मां प्रसन्न होती हैं व मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इस मौके पर माणिक लाल दास, धर्मदेव विद्यार्थी, गंगा देवी, मीना देवी सहित कई भक्त मौजूद थे.