बच्चों के इलाज के लिए सदर में खुलेगा यूनिट

बच्चों के इलाज के लिए सदर में खुलेगा यूनिटडॉक्टर सहित पारामेडिकल स्टाफ किये जायेंगे प्रतिनियुक्तराष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन के तहत चलेगा कार्यक्रमकार्यपालक निदेशक ने सीएस काे जल्द व्यवस्था का दिया निर्देशवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरराष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन के तहत अब सदर अस्पताल में क्लीनिक खोला जायेगा. यहां आने वाले बच्चों का इलाज होगा. इसके लिए सदर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2015 7:40 PM

बच्चों के इलाज के लिए सदर में खुलेगा यूनिटडॉक्टर सहित पारामेडिकल स्टाफ किये जायेंगे प्रतिनियुक्तराष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन के तहत चलेगा कार्यक्रमकार्यपालक निदेशक ने सीएस काे जल्द व्यवस्था का दिया निर्देशवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरराष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन के तहत अब सदर अस्पताल में क्लीनिक खोला जायेगा. यहां आने वाले बच्चों का इलाज होगा. इसके लिए सदर अस्पताल में एक अलग से यूनिट खुलेगा. सरकार ने शिशु रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन, सामान्य चिकित्सक, दंत चिकित्सक, फिजियोथेरापिस्ट, मनोवैज्ञानिक, ऑप्टोमेट्रिस्ट, डेंटल तकनीशियन, डाटा इंट्री ऑपरेटर की पदास्थापना करने का निर्देश सीएस को दिया है. विभाग के कार्यपालक निदेशक जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा है कि इसकी व्यवस्था शीघ्र की जाये. अब तक बच्चों के इलाज की मांगी रिपोर्टमुख्यालय ने सीएस से अब तक इस योजना के तहत इलाज किये गये बच्चों की रिपोर्ट मांगी गयी है. इसमें बच्चे का नाम, पता, बीमारी व इलाज के लिए कहां रेफर किया गया. इलाज के बाद उसकी स्थित में क्या सुधार हुआ. इसकी रिपोर्ट तैयार कर मांगा गया है. पत्र में कहा गया है कि जिले से आयी रिपोर्ट में केवल बच्चों की संख्या भेजी गयी है. इसे सुधार कर भेजा जाये.चलंत चिकित्सा दल को दी गयी जिम्मेवारीकार्यपालक निदेशक ने पत्र में कहा है कि प्रत्येक चलंत चिकित्सा दल की जिम्मेवारी होगी कि वे रेफर किये गये बच्चों की पूरी जानकारी रखे. जहां रेफर किया गया है, उनसे बात कर बच्चों की स्वास्थ्य संबंधी रिपोर्ट लें. बच्चों का ठीक से इलाज नहीं हो रहा है, तो उसका इलाज सुनिश्चित करायें. साथ ही प्रत्येक पीएचसी में शनिवार को समीक्षा बैठक की जाये व उसका रिपोर्ट मुख्यालय को भेजा जाये.

Next Article

Exit mobile version