चुनाव से पूर्व मतदाताओं ने साध ली चुप्पी
मुजफ्फरपुर : शनिवार की दोपहर के तीन बजे हैं. सूरज अस्त होने की तैयारी में है. हालांकि कल्याणी चौक की चर्चित टुनटुन की पान दुकान पर रोज की तरह भीड़ है. बगल के फास्ट फूड की दुकानों पर भी लोग ऑर्डर देकर व्यंजनों के इंतजार में हैं. चुनाव शुरू होने में अब केवल 18 घंटे […]
मुजफ्फरपुर : शनिवार की दोपहर के तीन बजे हैं. सूरज अस्त होने की तैयारी में है. हालांकि कल्याणी चौक की चर्चित टुनटुन की पान दुकान पर रोज की तरह भीड़ है. बगल के फास्ट फूड की दुकानों पर भी लोग ऑर्डर देकर व्यंजनों के इंतजार में हैं. चुनाव शुरू होने में अब केवल 18 घंटे की देर है.
मतदाताओं ने पसंद के प्रत्याशियों को मत देने का मन बना लिया है, लेकिन खामोश हो गये हैं. वे अब दूसरों की बात सुनना चाहते हैं, लेकिन कुछ कहना नहीं चाहते. एक दिन पहले तक पान दुकान व महेश की चाय दुकान पर चुनावी चर्चा ही बातचीत का मुद्दा हुआ करता था. अपने-अपने पक्ष की बातें व मनमाने में प्रबुद्ध वर्ग पूरी ताकत झोंक देते थे. लेकिन आज कोई कुछ नहीं बाेल रहा. पान खाने आये व्यवसायी युगल किशोर व सुमन कहते है, कोई भी जीते छोटी कल्याणी रोड का कभी भला नहीं होने वाला है.
यहां पानी लगेगा ही. बरसात का पूरे महीने दुकानदारी समाप्त हो जाती है. लेकिन किसी नेता का ध्यान इधर नहीं जाता. सुमन तपाक से पूछते हैं, क्या लगता है आपको, इस बार…. . युगल कहते हैं, देखिये, क्या कहा जाये. सुना है दोनों तरफ से पूरा इंतजाम है. एड़ी चोटी की ताकत लगी हुई है.
अब तो रिजल्ट ही बतायेगा. वहीं खडे़ शिक्षक संतोष कहते हैं, रिजल्ट क्या बतायेगा. सब कुछ तय हो चुका है. जीतने वाले को पता है कि हम जीत रहे हैं. जनता का मुद्दा इस बार भी नहीं है. वोट देना हमारा अधिकार है, इसलिए वोट तो देंगे, लेकिन नहीं लगता कि चुनाव के बाद शहर को समस्याओं से निजात मिलेगी. युगल पूछते हैं कि आपके तरफ क्या माहौल है. माहौल क्या रहेगा, लोक आंक कर बोल रहे हैं.