सीआरपीएफ के जवानों ने किया लाठीचार्ज, विरोध में रोड जाम

सीआरपीएफ के जवानों ने किया लाठीचार्ज, विरोध में रोड जामप्रतिनिधि, गायघाटविधानसभा क्षेत्र के महेशवारा के 93 नंबर मतदान केंद्र पर रविवार को तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने कुछ ग्रामीणों की पिटाई कर दी. इसके बाद वहां ग्रामीण गोलबंद हो गये. लोगों ने बागमती नदी के पुल को जाम कर दिया. आक्रोशित भीड़ ने सीआरपीएफ के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2015 9:26 PM

सीआरपीएफ के जवानों ने किया लाठीचार्ज, विरोध में रोड जामप्रतिनिधि, गायघाटविधानसभा क्षेत्र के महेशवारा के 93 नंबर मतदान केंद्र पर रविवार को तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने कुछ ग्रामीणों की पिटाई कर दी. इसके बाद वहां ग्रामीण गोलबंद हो गये. लोगों ने बागमती नदी के पुल को जाम कर दिया. आक्रोशित भीड़ ने सीआरपीएफ के कमांडेंट की गाड़ी क्षतिग्रस्त कर दी. ग्रामीणों का आरोप था कि सीआरपीएफ के जवान एक पार्टी विशेष के पक्ष में मतदान नहीं करने का दवाब बना रहे थे. विरोध करनेपर बुरी तरह पीटा. इसमें पांच ग्रामीण जख्मी हो गये. इस क्रम में दोपहर सवा एक से शाम चार बजे तक मतदान बाधित रहा. वहां पहुंची स्थानीय विधायक वीणा देवी ने इसको लेकर जमकर आक्रोश जताया. वे चुनाव रद्द किये जाने की मांग कर रही थीं. एसएसपी रंजीत मिश्रा, विधायक के पति सह जदयू विधान पार्षद दिनेश सिंह आदि ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया. इसके बाद मतदान शुरु हुआ. ग्रामीणों ने बताया कि एक बजे तक मतदान शांतिपूर्ण चल रहा था. लेकिन बूथ पर तैनात सीआरपीएफ के कुछ जवानों ने मतदाताओं को धमकाना शुरू किया. वे इवीएम के पास जाकर दूसरे जगह मत डालने का दबाव बनाने लगे. ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने खदेड़ना शुरू कर दिया. खदेड़कर ग्रामीणों को पीट दिया. इसमें मुखिया पति शंकर सिंह, अजय सिंह, फूलो सिंह, पहरू मंडल आदि घायल हो गये. इसपर ग्रामीण आपे से बाहर हो गये. ग्रामीणों ने सीआरपीएफ की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. चक्का का हवा निकाल दिया. ग्रामीणों के आक्रोश को देख और जवानों को बुला लिया गया. इसके बाद भी ग्रामीण प्रदर्शन करते रहे. बाद में एसएसपी पहुंचे. उनके आने के एक घंटा बाद स्थिति को नियंत्रित किया जा सका. विधान पार्षद ने ग्रामीणों को समझाया तो ग्रामीणों ने फिर से चार बजे के बाद मतदान शुरू किया. पीठासीन पदाधिकारी अरुण कुमार श्रीवास्तव व ऑबजर्वर शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एक बजे तक मतदान शांतिपूर्ण चल रहा था. उसके बाद वोटिंग रूम में एक साथ दो-तीन लोग जाने लगे. प्रतिनियुक्त जवानों ने विरोध किया तो उनलोंगों पर बेवजह का आरोप लगा कर हल्ला मचाने लगे. जब जवानों ने खदेड़ा तो भागने के क्रम में कुछ लोंगों को चोट आयी है.

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