कौन संभालेगा बरूराज की विरासत?

कौन संभालेगा बरूराज की विरासत? नंद कुमार या डॉ अरुण! समर्थकों में उहापोहएक के दादा व पिता, तो दूसरे के बड़े भाई ने कई बार किया है बरूराज का प्रतिनिधित्वप्रतिनिधि,मोतीपुरविधान सभा का चुनाव खत्म हो गया. मतगणना में अब 24 घंटे शेष हैं. सभी दलों के उम्मीदवार और निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी गणित बनाकर अपने अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2015 12:14 AM

कौन संभालेगा बरूराज की विरासत? नंद कुमार या डॉ अरुण! समर्थकों में उहापोहएक के दादा व पिता, तो दूसरे के बड़े भाई ने कई बार किया है बरूराज का प्रतिनिधित्वप्रतिनिधि,मोतीपुरविधान सभा का चुनाव खत्म हो गया. मतगणना में अब 24 घंटे शेष हैं. सभी दलों के उम्मीदवार और निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी गणित बनाकर अपने अपने जीत का दावा ठोक रहे हैं. परन्तु बरूराज विधान सभा की जनता के सामने एक सवाल अहम है, जिसके जबाब का उन्हें बेसब्री से इंतजार है. जनता उहपोह की स्थिति में हैं कि बरूराज विधानसभा का विरासत कौन संभालेगा? वर्तमान विधायक पुत्र व भाजपा प्रत्याशी डॉ अरुण कुमार सिंह या फिर बरूराज का लगातार 25 वर्षों तक प्रतिनिधित्व करने वाले, बरूराज की राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले पूर्व विधायक स्वर्गीय शशि कुमार राय के अनुज महागंठबंधन के राजद प्रत्याशी नंद कुमार राय. दोनों प्रत्याशियों की पृष्ठ भूमि राजनीतिक घरानों से जुड़ी है. भाजपा प्रत्याशी के दादा स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय यमुना प्रसाद सिंह ने बरूराज का प्रतिनिधित्व 1972–77 और 1980–85 में दो बार किया. इसके बाद नंद कुमार राय के बड़े भाई शशि कुमार राय ने 1985 में यमुना सिंह को हराकर जीत दर्ज की. इसके बाद लगातार वे 2005 के चुनाव तक विधायक रहे. वर्ष 2005 में डॉ अरुण कुमार सिंह के पिता वर्तमान विधायक ब्रजकिशोर सिंह जीत दर्ज की. परन्तु, छह माह बाद हुए उपचुनाव में शशि कुमार राय ने फिर से कब्जा जमा लिया. इसके बाद 2010 के चुनाव में ब्रजकिशोर सिंह विजयी रहे. इस बार के चुनाव में बरूराज मे तकरीबन 60 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. विधानसभा के इस चुनाव में विकास का मु्द्दा हाशिये रहा. चुनाव में महागंठबंधन के घटक दल राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जुनून मतदाताओं के सिर चढ़कर बोलता दिखा. बहु से मांगा बेटे की शादी का खर्च, इंकार करने पर पिटाप्रतिनिधि,मोतीपुरथाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव में राजेश सहनी की पत्नी प्रियंका देवी ने अपने ससुर अमोला सहनी, सास कमली देवी पर शादी में हुए खर्च मांगने व नहीं देने पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. प्रियंका देवी ने इस बाबत मोतीपुर थानाध्यक्ष को आवेदन देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है. थाना को दिए गए आवेदन में प्रियंका देवी ने कहा है कि उसके पति राजस्थान में रहकर मजदूरी करते हैं. वह अपने एक बच्चे के साथ अलग घर में रहती है. आरोप है कि उसके ससुर व सास अपने पुत्र राजेश सहनी की शादी में खर्च हुआ रुपया उससे मांगते हैं. नहीं देने पर उसके साथ मारपीट करते हैं. शुक्रवार को प्रियंका देवी अपने घर पर थी. तभी आरोपीगण उसके घर में घुस गए और रुपयों की मांग की. जब उसने इंकार किया तो उसको मारपीट कर जख्मी कर दिया गया. प्रियंका देवी ने उक्त मामले में अपने सास कमली देवी, ससुर अमोला साहनी के अलावे अखिलेश कुमार, अनिल कुमार, रत्नेश कुमार, रेखा देवी और राजू सहनी को भी आरोपी बनाया है. अपर थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि मामला पारिवारिक विवाद का प्रतित होता है. मामले की जांच की जा रही है.भूमि विवाद में घर पर हमलामारपीट कर पांच हजार नगद व मंगलसूत्र छीनामोतीपुर. थाना क्षेत्र के झिंगहा गांव में शुक्रवार के दिन भूमि विवाद में चल रहे पूर्व रंजिश को लेकर एक गुट विशेष के लोगों ने रामदयाल सहनी के घर पर हमला बोल दिया. हमलावरों ने रामदयाल सहनी की बेरहमी से पिटाई कर दी. इसके बाद घर में घुस कर अटैची में रखे पांच हजार नगद व बहु लक्ष्मी देवी के गले से मंगल सूत्र छीन लिया. बहु ने जब विरोध किया तो उसे और उसके सास हीरा देवी को भी पीटा. साथ हीं लक्ष्मी देवी के साथ बदसलूकी भी की. इस बाबत रामदयाल सहनी ने गांव के हीं संजय सहनी, सतन सहनी, मुन्नीलाल सहनी, शांति देवी, इन्दु देवी, फुलझड़ी देवी के खिलाफ थाना में आवेदन दिया है. रामदयाल सहनी का अरोप है कि उनका पूर्व से संजय सहनी के साथ भूमि को लेकर विवाद चल रहा है. इसी को ले उन लोगों पर हमला किया गया है. अपर थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

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