शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी करने वालों पर कागजात जलाने का संदेह

मुजफ्फरपुर. मीनापुर बीआरसी में बुधवार की रात हुई आगजनी के मामले में विभाग के जिम्मेदार लोगों की भी गर्दन फंसेगी. गड़बड़ी की आशंका को लेकर विभाग के साथ ही निगरानी की नजर भी मीनापुर प्रखंड में हुए नियोजन पर थी. इस बीच हुई घटना ने संदेह को और बल प्रदान किया है. गुरुवार को डीइओ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2015 9:34 AM
मुजफ्फरपुर. मीनापुर बीआरसी में बुधवार की रात हुई आगजनी के मामले में विभाग के जिम्मेदार लोगों की भी गर्दन फंसेगी. गड़बड़ी की आशंका को लेकर विभाग के साथ ही निगरानी की नजर भी मीनापुर प्रखंड में हुए नियोजन पर थी. इस बीच हुई घटना ने संदेह को और बल प्रदान किया है.

गुरुवार को डीइओ गणेश दत्त झा ने मौके का निरीक्षण किया और आग से हुई क्षति के बारे में बीइओ से रिपोर्ट मांगी. कहा है कि कौन सी फाइल जली है और कौन सुरक्षित है, इसकी लिस्ट बनाकर जमा करें. कहा कि जांच में जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

शिक्षक नियोजन को लेकर मीनापुर प्रखंड काफी दिनों से अधिकारियों की नजर पर था. निगरानी जांच में असहयोग को लेकर कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार भी लगी. इस बीच जब निगरानी ने नियोजित शिक्षकों का फोल्डर जमा करने के लिए दबाव बनाया, तो खलबली मच गयी. अचानक बुधवार की रात बीआरसी का ताला तोड़कर महत्वपूर्ण कागजात मिट्टी तेल डालकर जला दिये गये. इसकी जानकारी मिलते ही विभागीय अधिकारियों में खलबली मच गयी. गुरुवार को डीइओ गणेश दत्त झा ने बीआरसी पहुंचकर घटना की जानकारी ली. बताया कि मेन गेट व अंदर के दरवाजे का ताला काटकर घुसे अराजक तत्वों ने गोदरेज की आलमारी व कमरे में रखे ट्रंक का ताला तोड़कर कागजात निकाले हैं. उस पर मिट्टी तेल डालकर आग लगा दी गई है. डीइओ ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कितना नुकसान हुआ है. बताया कि बीइओ ने प्रखंड शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित कागजात बीडीओ के पास सुरक्षित होने की बात कही है. हालांकि, उनसे सभी जले व सुरक्षित फाइलों की सूची बनाने को कहा गया है.
थाने में दिया आगजनी का प्रतिवेदन. बीइओ मोहम्मद इशा ने मीनापुर थाने में घटना के संबंध में प्रतिवेदन दिया है. हालांकि, थानाध्यक्ष ने आग में जले कागजातों की सूची देने को कहा है, जिसे एफआइआर में जोड़ा जा सके. डीइओ श्री झा ने बताया कि बीइओ की लिस्ट के बाद ही पुलिस के साथ विभागीय स्तर पर भी जांच हो सकेगी. जब पता चलेगा कि कौन से कागजात जलाये गये हैं, तो इससे आसानी से उससे प्रभावित लोगों तक पहुंचा जा सकेगा.
पहले से विवादों के घेरे में हैं बीइओ. मीनापुर बीइओ काफी दिनों से विवादों के घेरे में है. शिक्षक नियोजन को लेकर विभाग की नजर उन पर थी ही, इधर तालिमी मरकज के साधनसेवियों के चयन में भी मनमानी के कारण डीइओ ने स्पष्टीकरण मांगा है. विभागीय लोगों का कहना है कि गड़बड़ी की लगातार शिकायतें मिलती रही हैं. शिक्षक नियोजन में निगरानी जांच में तेजी आयी है. इस बीच बीआरसी में आगजनी के बाद भी तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी है.

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