क्षति आकलन से किसान असंतुष्ट
मुजफ्फरपुर: फैलिन के बाद हुई फसल क्षति आकलन से किसान संतुष्ठ नहीं है. फसल क्षति आकलन के लिए कृषि विभाग का पैमाना किसानों के गले नहीं उतर रहा है. किसान इस आकलन को छलावा बता रहे हैं. किसानों का कहना है कि झांसा दिया जा रहा है. एक दिन में इतनी बरबादी का आकलन कैसे […]
मुजफ्फरपुर: फैलिन के बाद हुई फसल क्षति आकलन से किसान संतुष्ठ नहीं है. फसल क्षति आकलन के लिए कृषि विभाग का पैमाना किसानों के गले नहीं उतर रहा है. किसान इस आकलन को छलावा बता रहे हैं. किसानों का कहना है कि झांसा दिया जा रहा है. एक दिन में इतनी बरबादी का आकलन कैसे कर लिया गया, समझ से परे है. किसानों ने साफ कहा कि जितनी बरबादी हुई है उतना आकलन नहीं हुआ है. बरबादी की तुलना में कम आकलन कर सरकार को रिपोर्ट भेजी जा रही है. कृषि विभाग का कहना है कि 25 प्रतिशत फसल ही फैलिन से नुकसान का अनुमान है. सुखाड़ से बरबादी का आकलन अलग हुआ है. इसका फैलिन से कोई मतलब नहीं है.
किसानों का कहना है कि 21 अक्तूबर को डीएओ ने जिला में बीएओ के साथ बैठक की. बरबादी आकलन के लिए फॉर्म दिया गया है. 22 अक्तूबर को बीएओ ने कृषि समन्वयक व किसान सलाहकारों की बैठक कर रिपोर्ट जुटाने का निर्देश दिया. बरबादी आकलन 23 अक्तूबर को कर लिया जाना था. एक दिन में किसान सलाहकार बरबादी का आकलन नहीं कर पाये. जितनी रिपोर्ट दी गई, किसान सलाहकारों की रिपोर्ट पर वरीय अधिकारियों द्वारा रैंडम जांच की जाने लगी. जिलाधिकारी, अपर समाहत्र्ता, कृषि विभाग के अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी व बीएओ रैंडम जांच कर रिपोर्ट जुटाये. लेकिन आज तक रिपोर्ट फाइनल नहीं की जा सकी है.
जिला कृषि पदाधिकारी के के शर्मा बताते हैं कि रिपोर्ट फाइलन करने में दो से तीन दिन अभी और वक्त लगेगा. लगातार पर्व आ जाने के कारण सभी लोग इस पर्व में लग गये थे. लेकिन गुरुवार तक रिपोर्ट सौंप दिया जाना है, नहीं तो अधिकारियों पर कार्रवाई होगी.
दो दिनों में सौंप दें फसल क्षति की रिपोर्ट
फसल क्षति आकलन रिपोर्ट जुटाने के लिए कृषि विभाग में मंगलवार को बैठक हुई. अध्यक्षता जिला कृषि पदाधिकारी के के शर्मा ने की. इसमें सभी बीएओ व कृषि समन्वयक जुटे थे.
डीएओ श्री शर्मा ने कहा कि हर हाल में दो दिनों में रिपोर्ट सौंप देना है. रिपोर्ट नहीं सौंपने वाले अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई होगी. डीजल अनुदान वितरण की समीक्षा की गई. फसल क्षति व डीजल अनुदान का अंतिम प्रतिवेदन कृषक बार मांगा गया है. रबी महोत्सव की तैयारी की समीक्षा की गई. सभी प्रखंड से बीज विक्रेताओं को बुलाया गया था. रबी अभियान कार्यक्रम के लिए सभी बीज विक्रेताओं को बीज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.