कमिश्नरी में कार्यकर्ताओं का हंगामा

मुजफ्फरपुर: तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के लिए फर्जी वोटर बनाने का खेल जोर-शोर से जारी है. आयोग की सख्ती के बावजूद काउंटर पर तैनात कर्मी ही उम्मीदवार के समर्थकों से मिलीभगत कर अंतिम समय में थोक में फॉर्म जमा कर रहे हैं. इसका खुलासा होने के बाद बुधवार को कमिश्नरी में जम कर हंगामा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2013 9:54 AM

मुजफ्फरपुर: तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के लिए फर्जी वोटर बनाने का खेल जोर-शोर से जारी है. आयोग की सख्ती के बावजूद काउंटर पर तैनात कर्मी ही उम्मीदवार के समर्थकों से मिलीभगत कर अंतिम समय में थोक में फॉर्म जमा कर रहे हैं. इसका खुलासा होने के बाद बुधवार को कमिश्नरी में जम कर हंगामा हुआ. बिना मूल प्रमाणपत्र देखे आवेदन जमा करने वाले कर्मचारी व भाजपा कार्यकर्ताओं में नोक-झोंक हुई. इसके कारण दोपहर ढाई बजे के बाद काउंटर बंद करना पड़ा.

आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने निर्वाचक पदाधिकारी सह आयुक्त डॉ केपी रामय्या का भी घेराव किया. जदयू एमएलसी देवेश चंद्र ठाकुर के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. आयुक्त पर एमएलसी से मिलीभगत कर फर्जी वोटरों का आवेदन जमा करने का आरोप लगाया. हालांकि, बाद में बढ़ते आक्रोश व पुलिस को जुटता देख देवेश चंद्र ठाकुर मौके से खिसक गये.

पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष : हंगामा की सूचना के बाद पूर्व एमएलएसी व भाजपा उम्मीदवार राम कुमार सिंह व जिलाध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे. राम कुमार सिंह ने कर्मियों से सही मतदाता का ही फॉर्म जमा करने का आग्रह किया. दोनों नेताओं ने इसकी लिखित शिकायत मुख्य चुनाव अधिकारी से की है. इसमें आयुक्त के साथ फर्जी तरीके से फॉर्म जमा करने वाले अरविंद कुमार नाम के कर्मचारी पर कई आरोप लगाये गये हैं.

एमएलसी के इशारे पर खुला काउंटर! : निकतम प्रत्याशी संघ के अध्यक्ष सुधीर ठाकुर का आरोप है कि आयुक्त ने बुधवार को देवेश चंद्र ठाकुर के इशारे पर अस्थायी काउंटर खोल थोक संख्या में फॉर्म जमा कराया है. ठाकुर दोपहर में समर्थकों के साथ थोक संख्या में फॉर्म लेकर कमिश्नरी पहुंचे. इसके बाद कमिश्नर से मिल कर चैंबर के पास अलग से एक काउंटर खुलवाया. कुछ लड़कियां पहले से उनका इंतजार कर रही थी. उनके पहुंचते ही एक काउंटर खोल दिया गया. अरविंद कुमार नाम के कर्मचारी ने दस मिनट के भीतर ही करीब डेढ़ सौ फॉर्म जमा कर दिये. जबकि, पहले से खुले चारों काउंटर खाली थे. सुधीर का आरोप है कि जब वे इसकी शिकायत कमिश्नर से की, तो उन्होंने उसे गिरफ्तार कराने की चेतावनी दी.

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