पोलियो वैक्सीन नहीं, राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरू
पोलियो वैक्सीन नहीं, राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरूकेंद्रीय परिवार कल्याण मंत्रालय ने 30 से शुरू किया आइपीवी वैक्सीनजिले में नहीं चला अभियान, मुख्यालय ने नहीं दी विभाग को जानकारीजिले को नहीं उपलब्ध कराया वैक्सीन, संसाधन जुटाने में लगेगा समयवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसरकारी योजनाएं किस तरह जनता के लिए कार्य करती हैं, पोलियो का आइपीवी वैक्सीन इसका एक उदाहरण […]
पोलियो वैक्सीन नहीं, राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरूकेंद्रीय परिवार कल्याण मंत्रालय ने 30 से शुरू किया आइपीवी वैक्सीनजिले में नहीं चला अभियान, मुख्यालय ने नहीं दी विभाग को जानकारीजिले को नहीं उपलब्ध कराया वैक्सीन, संसाधन जुटाने में लगेगा समयवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसरकारी योजनाएं किस तरह जनता के लिए कार्य करती हैं, पोलियो का आइपीवी वैक्सीन इसका एक उदाहरण है. केंद्रीय परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से सूबे में सोमवार से बच्चों को पोलियो की सूई देने का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया, लेकिन जिले में अभियान शुरू नहीं हो सका. कारण, यहां पोलियो का वैक्सीन नहीं था. प्रतिरक्षण से जुड़े पदाधिकारियों की माने तो मुख्यालय की ओर से 30 से पोलियो कार्यक्रम चलाये जाने की जानकारी नहीं दी गयी. इसके लिए पहले से वैक्सीन भी नहीं उपलब्ध कराया गया. इस कारण जिले में निर्धारित तिथि से पोलियो आइपीवी वैक्सीन नहीं दिया जा सका.लॉटरी से पड़ेगी बच्चों को पोलियो की सूईजिला प्रतिरक्षण विभाग को सोमवार को मुख्यालय का पत्र मिला है, जिसमें बच्चों के पोलियो वैक्सीन का उठाव कर लेने को कहा गया है. पत्र में वैक्सीन का एलॉट महज 1500 किया गया है. नियम के अनुसार साढ़े तीन महीने के बच्चे से लेकर एक साल तक के बच्चों को पेंटावैलेंट के तीसरे डोज के साथ पोलियो उन्मूलन के लिए यह वैक्सीन दिया जाना है. विभाग के सूत्रों की माने तो जिले में इस उम्र के बच्चों की संख्या तीस हजार से अधिक है. ऐसे में इतनी कम मात्रा में वैक्सीन की उपलब्ब्धता से बच्चों को वैक्सीन देना मुश्किल हो जायेगा. अधिकारियों का कहना हैै कि प्रत्येक पीएचसी में सौ वैक्सीन भी नहीं पहुंच पायेगा. ऐसे में बच्चों को वैक्सीन देने के लिए लॉटरी निकालनी होगी. वर्जनअखबार देख कर जानकारी मिली है कि जिले में 30 नवंबर से ही पोलियो का आइपीवी वैक्सीन देना है. हमलोगों के पास अभी तक इसके लिए कोई संसाधन नहीं है. वैक्सीन अभी तक नहीं मिला है. पीएचसी स्तर पर इसके लिए जागरूकता चलाना है. लोगों को इस वैक्सीन के बारे में बताना है. यदि वैक्सीन मिल भी जाता है तो, इसे शुरू करने में चार-पांच दिन लगेंगे.- डॉ अनिल कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी