नि:शक्त मिनहाज ने लांस एंजल्सि में लहराया परचम
नि:शक्त मिनहाज ने लांस एंजिल्स में लहराया परचम- वर्ल्ड समर गेम में सिल्वर व कांस्य जीत बढ़ाया भारत का मान- प्रवीण कुमार पंकज भी खेल चुका है दो बार नेशनल गेममुजफ्फरपुर. जिंदगी में अगर कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो नि:शक्तता मंजिल के आड़े नहीं आती. नि:शक्तता शारीरिक हो या मानसिक, मार्गदर्शन सही मिले […]
नि:शक्त मिनहाज ने लांस एंजिल्स में लहराया परचम- वर्ल्ड समर गेम में सिल्वर व कांस्य जीत बढ़ाया भारत का मान- प्रवीण कुमार पंकज भी खेल चुका है दो बार नेशनल गेममुजफ्फरपुर. जिंदगी में अगर कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो नि:शक्तता मंजिल के आड़े नहीं आती. नि:शक्तता शारीरिक हो या मानसिक, मार्गदर्शन सही मिले तो सफलता कदम चूमेगी. रामदयालु स्थित सफल, रानी लक्ष्मीबाई महिला विकास समिति आवासीय विद्यालय के मानसिक रूप से नि:शक्त बच्चों ने अपनी प्रतिभा की मिसाल दी है. मूलरूप से हाजीपुर के रहने वाले मिनहाज अहमद ने अमेरिका के लांस एंजिल्स में सिल्वर एवं कांस्य जीतकर देश का मान बढ़ाया. हाजीपुर के जसीम अहमद का पुत्र मिनहाज अहमद पांच वर्षों से यहीं रहता है. अपने बच्चे की सफलता पर परिवार वालों को गर्व है. इसी आवासीय विद्यालय में रहकर पढ़ाई करने वाले प्रवीण कुमार पंकज भी दो बार नेशनल गेम में हिस्सा लेकर पुरस्कार जीत चुका है. इन दोनों छात्रों को बिहार सरकार ने 29 अगस्त को पटना में सम्मनित किया था. अफसोस इस बात का है कि लांस एंजिल्स में सिल्वर व कांस्य जीतने वाले मिनहाज को पुरस्कार देने की घोषणा की गयी, लेकिन आज तक उसे पुरस्कार नहीं दिया गया. उसका कहना है कि कई बार खेल मंत्रालय को पत्र भेजा गया, लेकिन नतीजा सिफर है़