कोहरा से निबटने को अंग्रेजों के जमाने का जुगाड़

कोहरा से निबटने को अंग्रेजों के जमाने का जुगाड़ सोनपुर मंडल में एंटी फॉग डिवाइस का इस्तेमाल नहीं- पटरियों पर पटाखे लगाकर ट्रेन चालकों को दिये जाते हैं संकेतसंवाददाता, मुजफ्फरपुर इन दिनों ट्रेनें अनिश्चितकालीन लेट चल रही हैं. ठंड शुरू होते ही यात्रियों का ट्रेन से सफर करना मुश्किल हो रहा है. इसके बावजूद कोहरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2015 8:11 PM

कोहरा से निबटने को अंग्रेजों के जमाने का जुगाड़ सोनपुर मंडल में एंटी फॉग डिवाइस का इस्तेमाल नहीं- पटरियों पर पटाखे लगाकर ट्रेन चालकों को दिये जाते हैं संकेतसंवाददाता, मुजफ्फरपुर इन दिनों ट्रेनें अनिश्चितकालीन लेट चल रही हैं. ठंड शुरू होते ही यात्रियों का ट्रेन से सफर करना मुश्किल हो रहा है. इसके बावजूद कोहरा में ट्रेनों को सिग्नल देने व सुरक्षित गति से गुजारने के लिए सोनपुर रेलवे मंडल में आज भी अंग्रेजों के जमाने के जुगाड़ का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें सिग्नल की जानकारी देने के लिए पटरियों पर पटाखे फोड़े जाते हैं. जबकि कई रेल मंडलों में कोहरे से निबटने के लिए पटाखों के साथ एंटी फॉग डिवाइस जैसी अत्याधुनिक तकनीक इस्तेमाल किया जा रहा है. इस विधि में सिग्नल से पहले पटरी पर 270 व 280 मीटर की दूरी पर डेटोनेटर (पटाखे) बांध दिये जाते हैं. रेल का इंजन इसके ऊपर से गुजरता है तो पटाखे तेज आवाज करते हैं. इससे चालक को आगे सिग्नल होने का संकेत मिल जाता है और वह ट्रेन की गति धीमी कर देता है. यही हाल सिग्नलों पर लगे एलइडी लाइटों का है. कोहरे के समय इनकी विजिबलिटी पर्याप्त दूरी तक नहीं हो पाती. रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि मंडल में इतना कोहरा ही नहीं होता जिसके लिए एंटी फॉग डिवाइस जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाये. कोहरा के दौरान रेलवे ट्रैक पर पटाखे लगाने के अलावा सावधानी के रूप में रेल ट्रैकमैन पर निर्भर है. ट्रैकमैन लाइनों की पेट्रोलिंग करते हैं. पेट्रोलिंग के दौरान ट्रैक में कोई खराबी नजर आती है तो उसकी सूचना ट्रैकमैन रेलवे के उच्चाधिकारियों को देते हैं और उसे ठीक कराया जाता है.

Next Article

Exit mobile version