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सदर अस्पताल में मरीज की मौत, हंगामा

सदर अस्पताल में मरीज की मौत, हंगामाग्रामसभा मुहल्ला सभा अभियान समिति ने दिया धरनासंस्था के मड़वन संयोजक ध्रुव प्रसाद की हुई थी मौतदोषी डॉक्टर के निलंबन की मांग पर आनंद पटेल ने किया अनशनशव को वार्ड में छोड़ सुबह सात से दोपहर ढाई बजे तक धरना पर बैठे रहे लोगएसडीओ पूर्वी के पहुंचने व मांगें […]

सदर अस्पताल में मरीज की मौत, हंगामाग्रामसभा मुहल्ला सभा अभियान समिति ने दिया धरनासंस्था के मड़वन संयोजक ध्रुव प्रसाद की हुई थी मौतदोषी डॉक्टर के निलंबन की मांग पर आनंद पटेल ने किया अनशनशव को वार्ड में छोड़ सुबह सात से दोपहर ढाई बजे तक धरना पर बैठे रहे लोगएसडीओ पूर्वी के पहुंचने व मांगें माने जाने के आश्वासन पर माने लोगवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसदर अस्पताल में गुरुवार को मरीज की मौत पर जम कर हंगामा हुआ. ग्रामसभा मुहल्ला सभा अभियान समिति के बैनर तले करीब 50 लोग अस्पताल में ही धरने पर बैठ गये. संस्था के संयोजक आनंद पटेल ने कहा कि जब तक मौत की जांच कर दोषी डॉक्टर को निलंबित नहीं किया जाता, तब तक वे अनशन करेंगे. इस बीच कई बार मरीज के परिजनों व अस्पताल कर्मियों के बीच झड़प भी हुई. आक्रोशित लोग सदर अस्पताल प्रशासन व डॉक्टर मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे. उनकी मांग थी कि सिविल सर्जन उनके पास आये व उनकी बात सुने तभी मृत व्यक्ति का शव उठेगा. हालांकि, दोपहर तक सिविल सर्जन डीएम के जनता दरबार में थीं. इस बीच आक्रोशित लोगों के तेवर को देखते हुए उपाधीक्षक डॉ एनके चौधरी ने एसडीओ पूर्वी को सूचित किया. दोपहर ढाई बजे एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार आक्रोशित लोगों से वार्ता के लिए पहुंचे. घटना की जानकारी लेने के बाद उन्होंने मृत व्यक्ति के परिजनों को जांच का आश्वासन दिया. साथ ही कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत 20 हजार देने की बात कही. उन्होंने डीएस को कहा कि आप मामले की जांच कराये. दोषी पर कार्रवाई करें. उन्होंने डीएस को एंबुलेंस की व्यवस्था कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को कहा. धरने में गौरव कुमार, अनिल द्विवेदी, केके वर्मा, चंदेश्वर राम, राजकिशोर राम, किसुन पासवान, सुनीता देवी आदि शामिल थे.संस्था के मड़वन संयोजक ध्रुव की हुई थी मौतग्रामसभा के मुशहरी निवासी व मड़वन संयोजक ध्रुव प्रसाद को बुधवार की सुबह आठ बजे सदर अस्पताल में भरती कराया गया था. उनके साले कौशल किशोर वर्मा का कहना था कि गांव में ही किसी ने उन्हें कुछ खिला दिया था. इससे वे अचेत हो गये. उन्हें सुबह में अस्पताल में भरती कराया गया. डॉक्टर ने उन्हें देख कर दो बोतल स्लाइन लिखा. दोनों बोतल शाम तक चढ़ गया. सुबह से रात तक कोई डॉक्टर उन्हें देखने नहीं आया. वे एेसे ही पड़े रहे. गुरुवार की सुबह पांच बजे उनकी मौत हो गयी. एएनएम ने देख कर बताया कि मरीज मर चुका है. इसकी सूचना उन्होंने ग्रामसभा को दी. कौशल का कहना था कि दोपहर से शाम तक अगर कोई डॉक्टर देख लेता तो उनके बहनोई की जान बच जाती.दोपहर साढ़े तीन में खुला सीएस कार्यालयलोगों के आक्रोश को देख सुबह में सीएस कार्यालय नहीं खुला. कार्यालय के सामने सुबह सात बजे से ही लोगों के धरने पर बैठने के कारण कर्मचारियों ने डर से कार्यालय नहीं खोला. सभी कर्मचारी अस्पताल परिसर में ही खड़े रहे. इस बीच कोई काम काज नहीं हुआ. दोपहर साढ़े तीन बजे धरना समाप्त होने के बाद सीएस कार्यालय खोला गया. हालांकि, सीएस के नहीं होने के कारण काम काज नहीं हुआ.ग्रामसभा ने एसडीओ के समक्ष रखीं मांगेंग्रामसभा के संयोजक आनंद पटेल ने एसडीओ को मांग पत्र सौंपा. उनका कहना था कि अस्पताल की यही व्यवस्था रही तो मरीजों की मौत होती रहेगी. इसके सुधार की पहल होनी चाहिए. मांग पत्र में दोषी डॉक्टर के निलंबन, सभी डॉक्टरों की आठ घंटे की ड्यूटी, सरकारी डॉक्टरों के निजी क्लीिनक पर रोक व पीड़ित परिवार को पांच लाख मुआवजा की बात कही गयी थी. मानवाधिकार पर भाषण में व्यस्त रही सीएससदर अस्पताल में एक तरफ मानवाधिकार संरक्षण की मांग पर लोग हंगामा कर रहे थे. मरीज की मौत मामले की जांच पर लोग सीएस से मिलने के लिए अड़े थे. जनता दरबार के बाद सीएस एक घंटे के लिए सदर अस्पताल लौटी. लेकिन मरीज की मौत के मामले की जांच की मांग कर रहे लोगों से नहीं मिली. वे कुछ देर डीएस चेंबर में बैठने के बाद मानवाधिकार मोरचा की ओर से आयोजित सेमिनार में शामिल होने चली गयीं. आंदोलन कर रहे ग्राम सभा के अनिल द्विवेदी ने कहा कि सीएस मानवाधिकार पर भाषण को ही मानव अधिकारों की सुरक्षा मानती हैं. उन्हें मरीज की मौत से कोई लेना देना नहीं हैं. फोन करने पर पता चला कि वे मानवाधिकार पर भाषण दे रही हैं. मरीज की मौत पर धरना पर बैठे लोगों की मांग सही है. मौत की जांच होनी चाहिए. यदि इसके लिए डॉक्टर दोषी है तो कार्रवाई हो. डॉक्टर अस्पताल में आठ घंटे की ड्यूटी करें. इसका निर्देश डीएस को दिया गया है. यदि उनकी जांच संतुष्टि लायक नहीं होती तो जिला प्रशासन की ओर से जांच करायी जायेगी.- सुनील कुमार, एसडीओ पूर्वी………….टाइमलाइनसुबह 5 बजे : ध्रुव प्रसाद की अस्पताल में मौतसुबह 7 बजे : धरने पर बैठे ग्राम सभा के सदस्यदोपहर 1:30 बजे : सदर अस्पताल में पहुंची सीएसदोपहर 2.00 बजे : धरने पर बैठे लोगों से बिना मिले वापस हुईं सीएसदोपहर 2.30 बजे : वार्ता के लिए पहुंचे एसडीओदोपहर 3.00 बजे : पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच ले जाया गया शव

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