सद् बुद्धि की उपासना से ठीक करें विकृत चिंतन

सद् बुद्धि की उपासना से ठीक करें विकृत चिंतनगायत्री परिवार की ओर से आयोजित प्रवचन के दूसरे दिन भक्तों की रही भीड़वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरअखिल भारतीय विश्व गायत्री परिवार की ओर से राणी सती मंदिर में चल रहे प्रज्ञा पुरान कथा में भक्तों ने ज्ञान व संस्कार की बातें सीखी. कार्यक्रम के दूसरे दिन गुरुवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2015 8:42 PM

सद् बुद्धि की उपासना से ठीक करें विकृत चिंतनगायत्री परिवार की ओर से आयोजित प्रवचन के दूसरे दिन भक्तों की रही भीड़वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरअखिल भारतीय विश्व गायत्री परिवार की ओर से राणी सती मंदिर में चल रहे प्रज्ञा पुरान कथा में भक्तों ने ज्ञान व संस्कार की बातें सीखी. कार्यक्रम के दूसरे दिन गुरुवार को प्रवचन करते हुए शांतिकुंज से आये प्रदीप अवस्थी ने कहा कि संसार में जो अनाचार, भ्रष्टाचार व आतंकवाद की विभीषिका आयी है. उससे जीवन दूभर हो गया है. उन्होंने कहा कि देवलोक में एक बार नारद मुनि व्यथित होकर भगवान से समाधान पूछने जाते हैं व भगवान उसका कारण हम सबके मन में आयी दुर्बुद्धि व अनास्था को बताते हुए उसको दूर करने का उपाय बताते हैं. आज हमारा चिंतन विकृत हो गया है. इसलिए हमारा कार्यकलाप खराब हो गया है. हम मानवीय गरिमा को भूल कर पैशाचिक कार्य कर रहे हैं. हमें गायत्री यानी सदबुद्धि की उपासना से अपने विकृत चिंतन को ठीक करना होगा. तभी सत्कर्म हो सकेगा व संसार में शांति आयेगी. भगवान ने यही समाधान बताया है. इसी से शांति आ सकती है. इस मौके पर काफी संख्या में भक्त मौजूद थे.पुस्तक स्टॉलों पर लगी रही भीड़व्यक्तित्व व संस्कार निर्माण करने वाली पुस्तक स्टॉलों पर भी लोगों की भीड़ रही. पं.श्रीराम शर्मा आचार्य की लिखी पुस्तकों में चरित्र निर्माण की पुस्तकें लोगों की चर्चा में रही. लोगों ने विभिन्न पुस्तकों को स्टॉल से खरीदा . कार्यक्रम के आयोजन में मुरली मनोहर सिंह सहित अन्य लोगों की मुख्य भूमिका रही.

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