अपने समय के सच्चे कलाकार थे भिखारी
अपने समय के सच्चे कलाकार थे भिखारीभिखारी ठाकुर की जयंती पर गांव जवार की ओर से आयोजनगोपाल फलक की ओर से बनाये गये चित्र का हुआ अनावरणवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरलोक कलाकार भिखारी ठाकुर की जयंती पर शुक्रवार को गांव जवार के रमना स्थित कार्यालय में उनके चित्र का अनावरण किया गया. चित्रकार गोपाल फलक के बनाये […]
अपने समय के सच्चे कलाकार थे भिखारीभिखारी ठाकुर की जयंती पर गांव जवार की ओर से आयोजनगोपाल फलक की ओर से बनाये गये चित्र का हुआ अनावरणवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरलोक कलाकार भिखारी ठाकुर की जयंती पर शुक्रवार को गांव जवार के रमना स्थित कार्यालय में उनके चित्र का अनावरण किया गया. चित्रकार गोपाल फलक के बनाये गये चित्र का अनावरण संस्कृतिकर्मी ब्रह्मानंद ठाकुर ने किया. उन्होंनें कहा कि भिखारी ठाकुर अपने समय के सच्चे कलाकार थे.उन्होंने उस अंतराल की कई बुराइयों को अपने नाटकों में चित्रित कर जनता को जगाने का काम किया. उन्होंने सरकार से कला के संरक्षण व कलाकारों के लिए नीति व आयोग गठन की मांग की. उपाध्यक्ष स्वाधीन दास व संजय कुमार ने गांवों में कलाकारा जोड़ो अभियान को तेज करने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि लोग कलाकारों के प्रशिक्षण व उन्हें ठहरने की व्यवस्था संस्था नि:शुल्क कर रहा है. साथ ही माटी के गीत पुस्तक का जल्द ही लोकार्पण भी किया जायेगा. इस मौके पर 25 को नीतीश्वर कॉलेज में हास्य व्यंग्य लोक कवि सम्मेलन करने का भी निर्णय लिया गया. कार्यक्रम में लोक गायक मिश्रीलाल व्यास, दिग्विजय नारायण सिंह, अशोक ओझा, बाबूलाल राय, प्रेेमलाल चौधरी, संत रामाशीष दास, विजय मित्रा, एम अखलाक व संजीत कुमार भारती मुख्य रूप से मौजूद थे.