क्वैक व बिना लाइसेंस दवा वक्रिेता पर एफआइआर

क्वैक व बिना लाइसेंस दवा विक्रेता पर एफआइआररामपुर दयाल में संगम आरोग्य केंद्र व मां मेडिकल हॉल पर छापास्वास्थ्य विभाग के धावा दल को मिला फर्जी क्लीनिक चलाने का मामलासंगम आरोग्य केंद्र से प्रतिबंधित दवा केटामिन भी बरामदश्याम कुमार व श्रीनारायण सिंह पर पीयर थाने में मामला दर्जबन्दरा(मुज0) .स्वास्थ्य विभाग के धावा दल ने सोमवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2015 9:20 PM

क्वैक व बिना लाइसेंस दवा विक्रेता पर एफआइआररामपुर दयाल में संगम आरोग्य केंद्र व मां मेडिकल हॉल पर छापास्वास्थ्य विभाग के धावा दल को मिला फर्जी क्लीनिक चलाने का मामलासंगम आरोग्य केंद्र से प्रतिबंधित दवा केटामिन भी बरामदश्याम कुमार व श्रीनारायण सिंह पर पीयर थाने में मामला दर्जबन्दरा(मुज0) .स्वास्थ्य विभाग के धावा दल ने सोमवार को प्रखंड के रामपुर दयाल चौक स्थित दो दवा दुकानों पर छापेमारी की. यहां संगम आरोग्य केंद्र पर फर्जी ढंग से क्लीनिक चलाये जाने का मामला मिला. केंद्र पर बोर्ड टंगा हुआ था, जिस पर डॉ श्याम कुमार लिखा था. लेकिन वे केंद्र पर मौजूद नहीं थे. यहां बिना लाइसेंस दवाएं बेची जा रही थीं. इसमें प्रतिबंधित दवा केटामिन भी थी. इसके लिए अलग से लाइसेंस लेने की जरूरत पड़ती है. धावा दल ने दुकान से किटामिन का छह वायल, डायजेपाम का नौ वायल व एक्टोक्लीन का 90 पत्ता बरामद किया. इसे सैंपल के लिए रखा गया. उसके बाद टीम ने उससे थोड़ी दूर स्थित मां मेडिकल हॉल में छापेमारी की. यहां बिना लाइसेंस दवा दुकान चल रहा था. लेकिन दवा दुकानदार श्रीनारायण सिंह दुकान पर मौजूद नहीं थे. दोनों के विरुद्ध धावा दल ने पीयर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. ड्रग इंस्पेक्टर ललन कुमार ने कहा कि डॉक्टर बन कर प्रैक्टिस करने वाले श्याम कुमार सकरा के हरसिंहपुर नौतन के रहने वाले हैं. जबकि श्रीनारायण सिंह रामपुर दयाल के निवासी हैं.छापेमारी से प्रखंड में मचा हड़कंपस्वास्थ्य विभाग की छापेमारी से प्रखंड के क्लीनिकों व दवा दुकानों में हड़कंप मच गया. एक दवा दुकान में छापेमारी होते ही अधिकतर दवा दुकानें बंद हो गयी. छापेमारी के दौरान धावा दल को ग्रामीणों के विरोध का सामना भी करना पड़ा. लेकिन स्थिति स्पष्ट होने पर ग्रामीण शांत हो गये. उधर दवा दुकान में छापेमारी की खबर होने की खबर से कई नर्सिंग होम भी बंद कर संचालक फरार हो गये. इस कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

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