संशोधित :: पूर्ण शराब बंदी के विरोध में व्यवसायियों ने दिया धरना

संशोधित :: पूर्ण शराब बंदी के विरोध में व्यवसायियों ने दिया धरनाकहा, बिहार सरकार हमलोगों को कर रही बेरोजगार संवाददाता, मुजफ्फरपुर . बिहार में पूर्ण शराबबंदी के विरोध में सोमवार को समाहरणालय में जिला खुदरा शराब व्यवसायियों ने धरना दिया. इस मौके पर व्यवसायी काफी आक्रोशित थे. सबके हाथों में तख्ती थी. जिसमें बिहार सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2015 1:43 AM

संशोधित :: पूर्ण शराब बंदी के विरोध में व्यवसायियों ने दिया धरनाकहा, बिहार सरकार हमलोगों को कर रही बेरोजगार संवाददाता, मुजफ्फरपुर . बिहार में पूर्ण शराबबंदी के विरोध में सोमवार को समाहरणालय में जिला खुदरा शराब व्यवसायियों ने धरना दिया. इस मौके पर व्यवसायी काफी आक्रोशित थे. सबके हाथों में तख्ती थी. जिसमें बिहार सरकार मुर्दाबाद सहित कई नारे लिखे हुए थे.व्यवसायियों का कहना था कि बिहार सरकार हमें बेरोजगार कर रही है. पहले सरकार रोजगार दिलाये फिर बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू करे. सरकार हमारी रोजी रोटी को छीन रही है. ऐसे नहीं चलेगा. शराब बंदी करनी है तो ताड़ी, भांग व गांजा भी बंद करे. धरना में व्यवसायियों ने कहा कि वे लोग ऐसे चुप नहीं बैठेंगे. सरकार विकल्प नहीं देती तो हमलेागा आंदोलन करेंगे. इसके बाद व्यवसायियों का प्रतिनिधि मंडल डीएम से मिल कर ज्ञापन सौंपा. धरना में अनिल चौधरी, कुंदन कुमार, रवि कुमार, शशि शंकर सिंह व मनोज कुमार सहित दर्जनों कारेाबारी शामिल थे. व्यवसायियों ने रखी मांगें :- हमलेागों ने अग्रिम अनुज्ञा शुल्क व जमानत की राशि उत्पाद कार्यालय में जमा कर रखी है. मार्च 2016 तक प्रत्येक महीने के 20 तारीख तक अनुज्ञा शुल्क जमा करने व कोटा उठाव करने का निर्देश उत्पाद अधीक्षक की ओर से दिया गया है. इस आलोक में हम लोगों पर ध्यान दिया जाये- वित्तीय वर्ष 31 मार्च तक हमलोगों के पास अधिक मात्रा में शराब बच जाता है, नये वर्ष में सरकार इसका समायोजन कैसे करेगी, इसका निर्देश दिया जाये- बचे शराब को खपाने के लिए अगले वर्ष में कुछ और मोहलत दी जाये या फरवरी 2016 तक अनुज्ञा शुल्क माफ किया जाये- शराब के साथ ताड़ी, गांजा, गुटखा व भांग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाये- शराब बंद होने के बाद बेरोजगार लोगों के लिए नये रोजगार की व्यवस्था की जाये. –

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