अब परीक्षा नियंत्रक के पास भी रहेगी मार्क्स फाइल की कॉपी
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में पेंडिंग रिजल्ट की समस्या को दूर करने के लिए इस बार विशेष व्यवस्था की गयी है. इसके तहत कॉपी जांच के दौरान मार्क्स फाइल की जो तीन कॉपी तैयार होगी, उसमें से एक कॉपी परीक्षा नियंत्रक के पास रहेगी. वहीं दूसरी कॉपी टेबुलेशन डायरेक्टर को दिया जायेगा. तीसरी कॉपी परीक्षा […]
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में पेंडिंग रिजल्ट की समस्या को दूर करने के लिए इस बार विशेष व्यवस्था की गयी है. इसके तहत कॉपी जांच के दौरान मार्क्स फाइल की जो तीन कॉपी तैयार होगी, उसमें से एक कॉपी परीक्षा नियंत्रक के पास रहेगी. वहीं दूसरी कॉपी टेबुलेशन डायरेक्टर को दिया जायेगा. तीसरी कॉपी परीक्षा विभाग के कार्यालय में मौजूद रहेगी. विवि प्रशासन का मानना है कि इससे टेबुलेशन के दौरान मार्क्स गायब होनी की समस्या पर काफी हद तक लगाम लगेगा. इससे पूर्व भी कॉपी जांच के दौरान मार्क्स फाइल की तीन कॉपी तैयार होती थी.
इसमें से एक कार्यालय में रखी जाती थी. वहीं दो अन्य, टेबुलेटर व वन व टू का दिया जाता था. पिछले साल पार्ट वन व टू का टीआर कंप्यूटरीकृत तरीके से निकाला गया था. इस दौरान कार्यालय को कंप्यूटर सेंटर में कार्यरत कर्मचारियों को मार्क्स मुहैया कराना था, लेकिन काफी संख्या में छात्रों के अंक समय पर नहीं मिल पाने के कारण उनका रिजल्ट पेंडिंग हो गया था. एक बार फिर विवि प्रशासन ने पार्ट वन व टू का रिजल्ट कंप्यूटरीकृत तरीके से निकालने का फैसला लिया है.
प्रतिकुलपति डॉ प्रभा किरण ने बताया कि अंक गायब होने के कारण पेंडिंग रिजल्ट की समस्या खत्म करने के लिए मार्क्स फाइल की एक कॉपी परीक्षा नियंत्रक को मुहैया कराने का फैसला लिया गया है. पार्ट वन के टेबुलेशन कार्य के लिए टेबुलेशन डायरेक्टर की भी नियुक्ति कर दी गयी है. उनके सहयोग के लिए जल्दी ही कुछ टेबुलेटर की भी बहाली होगी. इधर, कंप्यूटर सेंटर में कॉलेज से उपलब्ध कराये गये मेन स्क्रीप्ट से टीआर तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.