गिद्धा मेला को लेकर बनने लगे तोरण द्वार

मुजफ्फरपुर: रून्नी सैदपुर के गिद्धा में नक्सली नेताओं के शहादत दिवस पर लगने वाले तीन दिवसीय मेला की तैयारी जोरों पर जारी है. कई तोरणद्वार बनाए जा रहे हैं. इस बार मेला के खर्च की राशि लेवी के रूप में नहीं, चंदा के रूप में इकठ्ठी की जा रही है. दूसरे प्रदेशों से भी चंदा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2015 8:05 AM
मुजफ्फरपुर: रून्नी सैदपुर के गिद्धा में नक्सली नेताओं के शहादत दिवस पर लगने वाले तीन दिवसीय मेला की तैयारी जोरों पर जारी है. कई तोरणद्वार बनाए जा रहे हैं. इस बार मेला के खर्च की राशि लेवी के रूप में नहीं, चंदा के रूप में इकठ्ठी की जा रही है. दूसरे प्रदेशों से भी चंदा आने की सूचना है.
बड़ी संख्या में नक्सली दस्ते पहुंच चुके हैं. कई हार्डकोर नक्सली नेता भी पहले से ही क्षेत्र में आकर कैंप कर रहे हैं. बड़ी संख्या में महिला दस्ता की सक्रिय सदस्य झारखंड व छत्तीसगढ़ से पहुंच चुके हैं. इस संबंध में विभिन्न खुफिया एजेंसियों ने सरकार व प्रशासन को आगाह कर दिया है. तीन दिवसीय मेला का उद्घाटन 27 दिसंबर को आधी रात के बाद होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. 30 दिसंबर तक चलने वाले मेला में झूला, आर्केस्ट्रा व अन्य मनोरंजन के साधनों की व्यवस्था भी की गई है.
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट पर एसएसबी व सीआरपीएफ की ओर से भी तैयारी की जा रही है, ताकि बाहर से जुटे नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे सकें. खुफिया रिपोर्ट के आधार पर अर्द्धसैनिक बलों को भी बुलाए जाने की चर्चा हो रही है. हालांकि पिछले साल भी एसएसबी व सीआरपीएफ की तैनाती के बीच नक्सली नेता राजन राम उर्फ प्रहार ने मेेले में आधे घंटे तक लोगों को संबोधित किया और पुलिस के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली.
राजन के आने की सूचना पर पुलिस के साथ ही एसटीएफ, सीआरपीएफ व एसएसबी के जवानों ने मेले के चारों तरफ घेराबंदी कर रखी थी, लेकिन राजन न सिर्फ मेला में आया, बल्कि भाषण देने के बाद पूरी टीम के साथ सुरक्षित निकल गया.

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