अजय को लूट के दौरान मारी गयी गोली

अजय को लूट के दौरान मारी गयी गोली -पांच दिसंबर को अंकित ने आठ अपराधियों के साथ बनायी थी लूट की योजना- अंकित ने ही सलाउद्दीन को मारी थी गोली – दरभंगा व समस्तीपुर से अपराधियों को बुलाकर देता था घटना को अंजाम संवाददाता, मुजफ्फरपुरगल्ला व्यवसायी अजय कुमार को अंकित ने लूट के दौरान गोली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2015 9:15 PM

अजय को लूट के दौरान मारी गयी गोली -पांच दिसंबर को अंकित ने आठ अपराधियों के साथ बनायी थी लूट की योजना- अंकित ने ही सलाउद्दीन को मारी थी गोली – दरभंगा व समस्तीपुर से अपराधियों को बुलाकर देता था घटना को अंजाम संवाददाता, मुजफ्फरपुरगल्ला व्यवसायी अजय कुमार को अंकित ने लूट के दौरान गोली मारी थी. गोली मारने के बाद अजय की स्कूटी लेकर अंकित फरार हो गया था. जबकि उसके साथ बाइक पर बैठा एक अन्य अपराधी सालिम व मो निजाम चतुर्भुज स्थान में ही ठहर गये थे. इस बात का खुलासा एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र के समक्ष पूछताछ में गिरफ्तार सालिम व मो निजाम ने किया है. दोनों ने बताया कि लूटपाट के दौरान ही अजय को गोली मारी गयी थी. हालांकि, स्कूटी में कितनी राशि थी, इसका खुलासा दोनों नहीं कर पाये है. पुलिस अंकित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. अजय का इंतजार कर रहे थे अपराधी लूटपाट की योजना पांच दिसंबर को ही अंकित ने अपने आठ साथियों के साथ बनायी थी. इसके बाद सात दिनों तक बनारस बैंक चौक पर अंकित अपने आठ साथियों के साथ अजय की रैकी करता रहा. 12 दिसंबर को अजय से लूटपाट की तिथि तय की गयी. 12 दिसंबर को अंकित व छोटू एक गाड़ी पर सवार होकर अजय का इंतजार करने लगे, जबकि सालिम व निजाम ब्रह्मण टोली के पास खड़े थे. अजय के दुकान से निकलने के बाद अपराधियों ने पुरानी बाजार नाका के पास उससे लूटपाट की तथा गोली मार दी. चार दिन बाद पैसे का होना था बंटवारा सालिम व निजाम ने पूछताछ में बताया है कि घटना के चार दिन बाद पैसे का बंटवारा होना था. लेकिन पुलिस की लगातार छापेमारी व अंकित के माता-पिता को हिरासत में लेने के बाद अंकित फरार हो गया. दोनों ने स्कूटी में कितना पैसा था, इसका खुलासा नहीं कर पाया है. सलाउद्दीन को अंकित ने ही मारी थी गोली सलाउद्दीन की हत्या कर रुपये इन्हीं अपराधियों ने लूटी थी. पूछताछ में दोनों ने इस बात का भी खुलासा किया कि सलाउद्दीन को लूट के दौरान अंकित ने ही गोली मारी थी. लूट की रकम चार दिन के बाद बांटी गयी थी. सालिम व निजाम ने बताया कि अंकित लूट में हर बार दोनों को शामिल नहीं करता था. अगर बड़ी वारदातों को अंजाम देना होता था तो अंकित दरभंगा व समस्तीपुर से भी अपराधियों को बुला घटना को अंजाम दिया करता था. अंकित शहर के दर्जनों चेन लूट कांड को भी अंजाम दे चुका है.

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