गुस्साये युवक ने तोड़ी डीएम की गाड़ी की नीली बत्ती

मुजफ्फरपुर : समाहरणालय परिसर में बुधवार की सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब एक व्यक्ति ने पोर्टिको में खड़ी जिलाधिकारी की गाड़ी पर हमला कर उसकी नीली बत्ती को क्षतिग्रस्त कर दिया. डीएम की गाड़ी पर हमला करनेवाले मुकेश सहनी को उनके अंगरक्षकों ने अपने कब्जे में ले लिया. सूचना पर नगर थानाध्यक्ष मनोज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2015 8:35 AM
मुजफ्फरपुर : समाहरणालय परिसर में बुधवार की सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब एक व्यक्ति ने पोर्टिको में खड़ी जिलाधिकारी की गाड़ी पर हमला कर उसकी नीली बत्ती को क्षतिग्रस्त कर दिया. डीएम की गाड़ी पर हमला करनेवाले मुकेश सहनी को उनके अंगरक्षकों ने अपने कब्जे में ले लिया. सूचना पर नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह समाहरणालय पहुंचे और मुकेश सहनी को हिरासत में लेकर नगर थाना लौट गये. घटना के दौरान समाहरणालय में प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट भी वहां पहुंच गये. पुलिस मुकेश से पूछताछ कर रही है.
ये है मामला :बुधवार की दोपहर करीब 12 बजे मीनापुर पानापुर का मुकेश सहनी जिलाधिकारी से मिलने समाहरणालय पहुंचा, लेकिन अंगरक्षकों ने उसे अंदर जाने से रोक दिया. इससे क्षुब्ध मुकेश ने लोहे की पाइप से पोर्टिकों में लगी डीएम की गाड़ी की नीली बत्ती पर प्रहार कर उसे तोड़ दिया. इसके बाद जिलाधिकारी के अंगरक्षकों व पीआइ आर के मुंशी अनिल कुमार सिंह ने मुकेश को पकड़ अपने कब्जे में ले लिया.
मजिस्ट्रेट ने दर्ज करायी प्राथमिकी
इस मामले में समाहरणालय परिसर में प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट विजय शंकर ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में मुकेश सहनी पर सरकारी काम में बाधा डालते हुए अचानक लोहे के पाइप से समाहरणालय पोर्टिकों में लगी जिलाधिकारी के गाड़ी का फ्लस लाइट तोड़ने का आरोप लगाया गया है.
ऋण आवेदन नवीकरण के लिए डीडीसी को दिया था आवेदन : मुकेश ने इस वर्ष भी ऋण आवेदन नवीकरण के लिए डीडीसी को आवेदन दिया था. पांच दिसंबर को डीडीसी को दिये आवेदन में मुकेश ने बैंक व जिला उद्योग केंद्र की मनमानी के कारण ऋण नहीं मिलने की शिकायत की है.
उसने कहा कि काफी-भाग दौड़ के बाद मार्च माह में शाखा प्रबंधक उसे ऋण देने के लिए तैयार हो गये. बैंक अधिकारियाें द्वारा ऋण के लिए मांगे गये सभी कागजात मुकेश ने 14 मार्च को उपलब्ध करा दिया. लेकिन बैंक मैनेजर ने उसे ऋण की स्वीकृति देने के बजाय उससे प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का आवेदन लिखवाया, जिसे सेंट आर सिटी ने स्वीकार नहीं किया.
डीडीसी के पत्र का भी महाप्रबंधक पर असर नहीं
डीडीसी अरविंद कुमार वर्मा ने जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक को आठ दिसंबर को पत्र भेजकर मुकेश के ऋण आवेदन को नवीकरण करने का निर्देश दिया था. साथ ही इस मामले में की गयी कार्रवाई से सूचित करने का भी निर्देश दिया था. डीडीसी के निर्देश के बाद भी जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. मुकेश लगातार जिला उद्योग केंद्र का चक्कर लगाता रहा.
कर्मचारी के कहने पर पहुंचा था डीएम कार्यालय
डीडीसी के पत्र लिखने के बाद मुकेश लगातार अपने आवेदन के नवीकरण के लिए जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक व अन्य कर्मचारियों के यहां गुहार लगा रहा था. मुकेश ने बताया कि उसे जिला उद्योग केंद्र के साहब व कर्मचारी ने आवेदन को जिलाधिकारी के पास भेज देने की बात कही थी. इसके बाद से वह जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचने लगा था. बुधवार को जिलाधिकारी से मिलने पहुंचा था, लेकिन जब अंगरक्षकों ने नहीं मिलने दिया. इससे झल्लाये मुकेश ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया.
चार वर्षों से ऋण के लिए भटक रहा था मुकेश
मीनापुर के पानापुर गांव निवासी बेरोजगार मुकेश सहनी गत पांच वर्ष पहले पीएमइजीपी के तहत अपने गांव में मशाला उद्योग लगाना चाह रहा था. इसके लिए उसने वर्ष 2011 में जिला उद्योग केंद्र को आवेदन दिया था. जिला उद्योग केंद्र ने मुकेश के प्रोजेक्ट को पास कर आवेदन को ऋण देने के लिए बैंक में भेज दिया गया. लेकिन बैंक ने मुकेश को ऋण नहीं दिया. मुकेश लगातार चार वर्षों तक ऋण के लिए प्रयासरत रहा. इसके लिए डीएम के जनता दरबार में भी गुहार लगा चुका है.
मुकेश सहनी का मामला संज्ञान में नहीं था.उसने मेरे पास कोई शिकायत नहीं की थी. उसे जो परेशानी हुई है उसकी जांच करायी जायेगी.
धर्मेंद्र सिंह, जिलाधिकारी
पोर्टिको में लगी जिलाधिकारी की गाड़ी की फ्लस लाईट को अचानक एक व्यक्ति ने क्षतिग्रस्त करने की कोशिश की थी. अंगरक्षकों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया है. मजिस्ट्रेट विजय शंकर को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है.
सुनील कुमार सिंह, एसडीओ (पूर्वी)

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