छपरा से वापस आया गायब माइक्रोस्कोप!
छपरा से वापस आया गायब माइक्रोस्कोप!खराब माइक्रोस्कोप चर्चा में आने के बाद लौटा उपकरणकर्मियों ने माइक्रोस्कोप वापस आने की नहीं लगने दी भनकवर्ष 2010 में गायब हुआ था लैब का माइक्रोस्कोप लेखापाल ने की उपकरण वापस आने की पुष्टिवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल के पैथोलॉजिकल लैब में खराब माइक्रोस्कोप के चर्चा में आने के बाद […]
छपरा से वापस आया गायब माइक्रोस्कोप!खराब माइक्रोस्कोप चर्चा में आने के बाद लौटा उपकरणकर्मियों ने माइक्रोस्कोप वापस आने की नहीं लगने दी भनकवर्ष 2010 में गायब हुआ था लैब का माइक्रोस्कोप लेखापाल ने की उपकरण वापस आने की पुष्टिवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल के पैथोलॉजिकल लैब में खराब माइक्रोस्कोप के चर्चा में आने के बाद गुरुवार की रात गायब माइक्रोस्कोप वापस आ गयr. कर्मियों ने इसे लैब में रख दिया है. इसकी भनक किसी को नहीं लगी. हालांकि पैथोलॉजिस्ट डॉ राजेश कुमार इससे इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि छपरा से माइक्रोस्कोप नहीं आया है, पहले का माइक्रोस्कोप है. जबकि अस्पताल के लेखापाल व प्रभारी मैनेजर उपेंद्र दास ने कहा है कि गुरुवार को एक माइक्रोस्कोप आया है. इस बात की जानकारी उन्हें लैब से ही मिली है. सूत्रों की मानें तो वर्ष 2010 में सदर अस्पताल के प्रयोगशाला को दो माइक्रोस्कोप मिले थे. इनमें से एक इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोस्कोप था. उस समय यहां पैथोलॉजिस्ट के पद पर डॉ दीपक कुमार नियुक्त थे. इसी वर्ष इनका तबादला छपरा हो गया. अस्पताल कर्मियों का कहना है कि डॉ दीपक जाते वक्त माइक्रोस्कोप अपने साथ ले गये थे. उस वक्त डॉ राजेश कुमार ने लैब का चार्ज लिया था. अस्पताल प्रबंधन की उदासीनता के कारण चार्ज लेते वक्त माइक्रोस्कोप व अन्य उपकरण की सूची नहीं बनायी गयी. डॉ राजेश कुमार को एक ही माइक्रोस्कोप मिला था.कर्मियों को थी गायब माइक्रोस्कोप की जानकारी लैब में कार्यरत कर्मियों को इस बात की जानकारी है कि यहां दो माइक्रोस्कोप था जिसमें से अब एक ही मौजूद है. दूसरा कहां गया, इस बारे में उन्हें नहीं पता. इस बाबत कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है. उस वक्त यहां नियुक्त लिपिक प्रभात कुमार ने कहा कि माइक्रोस्कोप तो आया था, लेकिन उसके बाद उनका तबादला हो गया. वे इस बारे में कुछ विशेष नहीं जानते.