बीपीएससी को भेजेगा शोधकर्ताओं की सूची

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में यूजीसी रेगुलेशन 2009 लागू होने की तिथि से पंजीकृत वैसे शोधार्थियों की सूची तैयार की जा रही है, जिन्होंने कोर्स वर्क पूरा करने के बाद उपाधि हासिल की है. इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश जारी किया गया है. विभागों से प्राप्त सूची के आधार पर विवि प्रशासन एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2015 8:18 AM
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में यूजीसी रेगुलेशन 2009 लागू होने की तिथि से पंजीकृत वैसे शोधार्थियों की सूची तैयार की जा रही है, जिन्होंने कोर्स वर्क पूरा करने के बाद उपाधि हासिल की है. इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश जारी किया गया है. विभागों से प्राप्त सूची के आधार पर विवि प्रशासन एक समग्र सूची तैयार करेगा, जो बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) को भेजा जायेगा.
दरअसल, बीपीएससी ने लेक्चरर बहाली में उन्हीं अभ्यर्थियों को मौका देने का फैसला लिया है, जिन्होंने यूजीसी रेगुलेशन 2009 के तहत पीएचडी की उपाधि हासिल की है अथवा सामान्य पीएचडी कोर्स के साथ नेट, स्लेट या सेट की परीक्षा पास है. विवि में एक जून 2012 से पीएचडी कोर्स में यूजीसी का रेगुलेशन 2009 लागू है.
हालांकि रेगुलेशन के कई शर्त पूरा नहीं करने के कारण इस पर सवाल भी उठ रहे हैं. लेकिन विवि प्रशासन का मानना है कि जो अभ्यर्थी एक जून 2012 या उसके बाद पंजीकृत होने के बाद छह माह का विशेष कोर्स पूरा किया है, वे यूजीसी रेगुलेशन की अहर्ता पूरी करते हैं. ऐसे में बीपीएससी को भेजी जाने वाली सूची में उन्हें शामिल किया जायेगा. यही नहीं विवि प्रशासन पहले ही ऐसे अभ्यर्थियों को यूजीसी रेगुलेशन 2009 का प्रमाण पत्र देने का फैसला ले चुका है.
2014 या उसके बाद पीएचडी की, तो मिलेगी जगह : विवि प्रशासन ने बीपीएससी को भेजी जाने वाली सूची में उन अभ्यर्थियों के नाम शामिल करने का फैसला लिया है, जिन्होंने छह माह का विशेष कोर्स करने के बाद प्री-सबमिशन वायवा से भी गुजरे हैं.
विवि में पहला विशेष कोर्स जुलाई 2013 में शुरू हुआ था. ऐसे में इस सूची में उन्हीं अभ्यर्थियों को जगह मिल सकती है, जिन्होंने जनवरी 2014 या उसके बाद पीएचडी की उपाधि हासिल की है. अभी तक हिंदी विभाग ने जो सूची तैयार की है, उसमें सितंबर 2014 व उसके बाद उपाधि हासिल करने वालों को जगह मिली है.

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