मट्टिी की बिगड़ती दशा को वर्मी कंपोस्ट से सुधारें
मिट्टी की बिगड़ती दशा को वर्मी कंपोस्ट से सुधारें वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसंयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अंतर राष्ट्रीय भूमि वर्ष 2015 को मनाये जाने को लेकर विष्णु प्रसाद गुप्ता मेमोरियल फाउंडेशन , तारा फाउंडेशन प ग्रामीण डेवलपमेंट सर्विसेज लखनऊ का संयुक्त कार्यक्रम रविवार को हुआ. मोतीझील स्थित शफी मंजिल पर प्रकृति सम्मत कृषि की राह […]
मिट्टी की बिगड़ती दशा को वर्मी कंपोस्ट से सुधारें वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसंयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अंतर राष्ट्रीय भूमि वर्ष 2015 को मनाये जाने को लेकर विष्णु प्रसाद गुप्ता मेमोरियल फाउंडेशन , तारा फाउंडेशन प ग्रामीण डेवलपमेंट सर्विसेज लखनऊ का संयुक्त कार्यक्रम रविवार को हुआ. मोतीझील स्थित शफी मंजिल पर प्रकृति सम्मत कृषि की राह तलाश-अनुभव विनिमय विषय पर एक दिवसीय कृषि गोष्ठी का आयोजन हुआ. मुख्य अतिथि बिरसा कृषि विवि रांची के पूर्व कुलपति डॉ आर पी राय व सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक एसके भारद्वाज ने कहा , मिट्टी की बिगड़ती दशा को सुधारने के लिए वर्मी कंपोस्ट की जरूरत है. मिट्टी की दशा एक वैश्विक समस्या बनकर सामने आयी है. किसानों को रासायनों से मुक्त कर इसे प्रकृति सम्मत बनाने की राह अपनाया जाये. इस मौके पर आरएयू के सेवा निवृत्त वैज्ञानिक डॉ आरपी यादव द्वारा लिखित वर्मी कंपोस्टिंग: सिद्धांत तकनीक व उपयोगिता पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया गया. इस मौके पर दिनेश कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, राजेंद्र राय, नवीन प्रसाद ने जैविक खाद पर बल दिया. मंच संचालन व धन्यवाद ज्ञापन सत्येंद्र कुमार श्रीवास्तव ने किया. सुरेश गुप्ता व अल्तमश दाऊदी ने विचार रखे.