शहर की साहत्यिकि परंपरा में मुकुंद ने दी दस्तक

शहर की साहित्यिक परंपरा में मुकुंद ने दी दस्तकफोटोयुवा लेखक के नये नॉवेल ऑल आई नीड इज यू का लोकार्पण आजवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर . शहर के युवा लेखक मुकुंद वर्मा का नॉवेल ऑल आई नीड इज यू आज शहर वासियों के हाथों में होगा. शहर के गण्यमान्य आज इस नॉवेल का लोकार्पण करेंगे. एक वर्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2015 11:37 PM

शहर की साहित्यिक परंपरा में मुकुंद ने दी दस्तकफोटोयुवा लेखक के नये नॉवेल ऑल आई नीड इज यू का लोकार्पण आजवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर . शहर के युवा लेखक मुकुंद वर्मा का नॉवेल ऑल आई नीड इज यू आज शहर वासियों के हाथों में होगा. शहर के गण्यमान्य आज इस नॉवेल का लोकार्पण करेंगे. एक वर्ष पूर्व तक शहर के साहित्यिक जगत से अलग रहने वाले मुकुंद के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. शहर से देश से दूर रह कर शहर की साहित्य संस्कृति को जीने वाले मुकुंद ने अंग्रेजी में यह नॉवेल लिख कर शहर को हैरान कर दिया है. सहसा लोगों का विश्वास ही नहीं हो रहा कि दो-तीन वर्ष पूर्व तक कैरियर की खोज में जुटा रहने वाला रामबाग का यह युवा शख्स साहित्य में भी इतनी ही पकड़ रखता है. अपने पहले ही नॉवेल में मुकुंद ने अपनी कलम की ताजगी दिखायी है. उन्होंने अपनी लेखनी को बाजारवाद में कैद नहीं किया है. नॉवेल में उन्होंने प्रेम को ऊंचाई दी है. इनका नॉवेल जो जवां दिलों के प्रेम की कहानी जरूर है, लेकिन उसमें समर्पण व उत्सर्ग की भावना निहित है. प्रेम को उसके असली रूप में देखने का साहस मुकुंद ने किया है, जैसा कि सामान्य रूप से अंग्रेजी नॉवेल में नहीं होता. जोहांसबर्ग में नौकरी व लेखन जाहांसबर्ग में साफ्टवेयर इंजीनियर मुकुंद कहते हैं कि वहां नौकरी के अलावा जो वक्त मिलता है, उसका सदुपयोग लेखन में करते हैं. जब कोई बात छूती है तो उसका प्लांट भी खुद ही बन जाता है. वे भले ही दूसरे देश में रहते हैं, लेकिन उनके संस्कार पूरी तरह भारतीय हैं. जिस परिवेश में पले बढ़े हैं उसका प्रतिरुप ही उनका साहित्य है. उन्होंने प्रेम को अपनी तरह से समझा है, जिसे लिखने की कोशिशक की. लोगों को यह नॉवेल पसंद आ रहा है, यह उनके लिए गर्व की बात है.

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