अब ऑन कॉल ऑपरेशन करेंगे निजी डॉक्टर
अब ऑन कॉल ऑपरेशन करेंगे निजी डॉक्टरसरकारी अस्पतालों में मरीजों को दी जायेगी सुविधाएक सिजेरियन ऑपरेशन के लिए दी जायेगी 1500 फीसजननी बाल सुरक्षा योजना के तहत विभाग की पहलवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले के सरकारी अस्पतालों में अब निजी डॉक्टर सिजेरियन ऑपरेशन करेंगे. स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश के अनुसार अब सर्जन नहीं होने की स्थिति […]
अब ऑन कॉल ऑपरेशन करेंगे निजी डॉक्टरसरकारी अस्पतालों में मरीजों को दी जायेगी सुविधाएक सिजेरियन ऑपरेशन के लिए दी जायेगी 1500 फीसजननी बाल सुरक्षा योजना के तहत विभाग की पहलवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले के सरकारी अस्पतालों में अब निजी डॉक्टर सिजेरियन ऑपरेशन करेंगे. स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश के अनुसार अब सर्जन नहीं होने की स्थिति में निजी डॉक्टरों को ऑन कॉल अस्पताल बुलाया जायेगा. इसके लिए प्रति ऑपरेशन 1500 रुपये का भुगतान किया जायेगा. विभाग के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ फुलेश्वर झा व राज्य स्वास्थ्य समिति के मातृ व शिशु के उपनिदेशक गौरव कुमार ने जननी सुरक्षा योजना के तहत निजी डॉक्टर को ऑन कॉल बुलाने की स्वीकृति दी है. इससे वैसे सरकारी अस्पतालों जहां सर्जन की कमी है, सही समय पर सिजेरियन ऑपरेशन किया जा सकेगा. इससे जच्चा व बच्चा की जिंदगी बचायी जा सकेगी. जिले की बात करें तो जिला अस्पताल सहित सभी पीएचसी मिलाकर 14 सर्जन हैं जबकि जिला अस्पताल सहित 16 पीएचसी व 104 एपीएससी हैं. ऐसी स्थिति में सिजेरियन ऑपरेशन नहीं हो पाता. पीएचसी से सदर अस्पताल में मरीजों को रेफर कर दिया जाता है. ऑन कॉल डॉक्टर होने से होगी सुविधाजिले में ऑन कॉल डॉक्टर के आने से सही समय पर सिजेरियन ऑपरेशन हो पायेगा. सिजेरियन ऑपरेशन के लिए जिले के अस्पताल में दो डॉक्टर होने से मरीजों का सिजेरियन ऑपरेशन नहीं हो पाता. इमरजेंसी व रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी होने के कारण जिन मरीजों को तत्काल ऑपरेशन की जरूरत होती है, उनका ऑपरेशन नहीं हो पाता. विभाग अब इस नियम के अनुसार सर्जन के नहीं होने पर निजी डॉक्टरों से सेवा लेने की तैयारी में है.एक वर्ष में महज सात सिजेरियनजिला अस्पताल में एक वर्ष में मात्र सात सिजेरियन ऑपरेशन किया गया है. यह बात सहायक समाहर्ता डॉ आदित्य प्रकाश की जांच में उजागर हुई है. उन्होंने इस पर आपत्ति जताते हुए सिजेरियन ऑपरेशन की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है. अस्पताल में नियुक्त डॉ शोभा रानी सिंह व डॉ कृष्णा सिंह का कहना है कि इमरजेंसी, मेडिकोलीगल व कोर्ट की गवाही के कारण अधिक सिजेरियन ऑपरेशन संभव नहीं हो पाता. ऑन कॉल डॉक्टर की सुविधा होने से सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी से मरीजों को रेफर की जरूरत नहीं होगी. ::: बयान :::मुख्यालय के निर्देश के अनुसार जिन सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर नहीं होंगे, वहां ऑन कॉल निजी डॉक्टर से सिजेरियन ऑपरेशन कराया जायेगा. इसके लिए जो फीस तय की गयी है, वह डॉक्टरों को दी जायेगीडॉ नरेश कुमार चौधरी, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल