एसएसबी की पाठशाला में हुनरमंद हो रही बेटियां
एसएसबी की पाठशाला में हुनरमंद हो रही बेटियां- नक्सल प्रभावित इलाकों में एसएसबी चला रहा सिलाई, कढ़ाई केंद्र- लड़कियों को कंप्यूटर का भी दिया जा रहा ज्ञान नीरज मिश्र, मुजफ्फरपुरनक्सल प्रभावित क्षेत्रों में एसएसबी पाठशाला चला रहा है, जिसमें घर की बेटियां हुनरमंद हो रही हैं. उन्हें शिक्षा से लेकर सिलाई, कढ़ाई व अन्य विषयों […]
एसएसबी की पाठशाला में हुनरमंद हो रही बेटियां- नक्सल प्रभावित इलाकों में एसएसबी चला रहा सिलाई, कढ़ाई केंद्र- लड़कियों को कंप्यूटर का भी दिया जा रहा ज्ञान नीरज मिश्र, मुजफ्फरपुरनक्सल प्रभावित क्षेत्रों में एसएसबी पाठशाला चला रहा है, जिसमें घर की बेटियां हुनरमंद हो रही हैं. उन्हें शिक्षा से लेकर सिलाई, कढ़ाई व अन्य विषयों में दक्ष करने का काम एसएसबी कर रही है. एसएसबी की यह सकारात्मक पहल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बेहद लोकप्रिय हाे रहा है. नरकटियागंज में 30 महिलाओं और लड़कियों का समूह नि:शुुल्क सिलाई, कढ़ाई का प्रशिक्षण ले रहा है. उन्हें सिलाई व कढ़ाई के लिए सिलाई मशीन व अन्य जरूरी संसाधन एसएसबी मुहैया करा चुका है. उत्तर बिहार में नक्सलवाद बेहद बड़ी समस्या है. नक्सलवाद को जड़ से मिटाने के लिए एसएसबी अबतक बंदूक का सहारा लेती आयी है. लेकिन अब बंदूक के साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगाकर नक्सली समस्या को खत्म करने का बीड़ा उठाया है. इसमें नक्सलियों के बच्चे तो शामिल हैं ही, साथ ही उनकी बेटियों और परिवार की अन्य महिलाओं को भी सिलाई, कढ़ाई का प्रशिक्षण एसएसबी ने देना शुरू कर दिया है. रुचि के हिसाब से दिया जा रहा प्रशिक्षणएसएसबी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की बहू, बेटियों व महिलाओं को उनके रुचि के हिसाब से प्रशिक्षण दे रही है. एसएसबी ने यह तय किया है कि जिसको सिलाई में रुचि होगी, उसको सिलाई का प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसके अलावा, जो भी बेटियां कंप्यूटर और अन्य शिक्षा लेना चाहती हैं, उन्हें कंप्यूटर में दक्ष करने का काम किया जायेगा. एसएसबी की इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है. इस हुनर को जानने के बाद वह दो वक्त की रोटी का इंतजाम तो करेंगी. साथ ही अपने आसपास लोगों को इसकी ट्रेनिंग देकर नक्सलवाद की समस्या को खत्म करने की भूमिका में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी. युवाओं को भी दिया जा रहा प्रशिक्षण बेटियों के साथ-साथ एसएसबी नक्सली क्षेत्रों में ऐसे युवाओं को भी प्रशिक्षण देने का काम शुरू कर दिया है, जो कुछ करना चाहते हैं. उन्हें उनके मन मुताबिक काम सीखा कर दक्ष किया जा रहा है. इस क्रम में नक्सली क्षेत्रों में युवाओं की एक टोली को वेल्डिंग प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़ने की सार्थक पहल की है. इसके अलावा एसएसबी पढ़ने लिखने वाले युवाओं को भी शिक्षा देने का काम कर रही है. एसएसबी में नौकरी के पाने वाले युवाओं को लिखने-पढ़ने से लेकर शारीरिक दक्षता की ट्रेनिंग भी एसएसबी देगी. ऐसे क्षेत्रों में विशेष कैंप भी लगाए जायेंगे. ये क्षेत्र हैं शामिल नक्सलवाद की समस्या को जड़ से मिटाने के लिए भारत सरकार ने एसएसबी व अर्धसैनिक बलों को लगाया गया है. उत्तर बिहार के सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, वैशाली, जहानाबाद, बेतिया जिले इस योजना में शामिल हैं. इन जिलों में एसएसबी एंटी नक्सल अभियान भी चला रही है. इन जिलों में एसएसबी सार्थक पहल कर नक्सलियों के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का काम कर रही है, जिससे भविष्य में नक्सली क्षेत्र में रहने वाले बच्चे व महिलाएं हथियार ने उठा सकें. ::: बयान :::नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए एसएसबी शिक्षा, सिलाई, कढ़ाई व कंप्यूटर का ज्ञान नि:शुल्क प्रशिक्षण दे रही है. तीस महिलाओं व बेटियों के एक समूह को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. इसके अलावा युवाओं को उनकी रुचि के हिसाब से काम का प्रशिक्षण देने का काम शुरू किया जा चुका है. कई युवाओं को वेल्डिंग का प्रशिक्षण दिया जा चुका है. डीआइजी एसएसबी, संजय कुमार