मदरसा दारुल तकलीम बताये नाहिदा कौन

मदरसा दारुल तकलीम बताये नाहिदा कौननाहिदा के नाम एकाउंट खोल कर सरकारी फंड जमा करने पर उठा सवालसरकारी राशि के दुरुपयोग पर शिक्षा विभाग ने मांगा था मदरसा से स्पष्टीकरणएक सप्ताह के समय पूरा होने के बाद भी मदरसा के प्राचार्य ने नहीं दिया जवाबवित्तीय अनियमितता मानते हुए मदरसा पर कार्रवाई की तैयारी में शिक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 9:57 PM

मदरसा दारुल तकलीम बताये नाहिदा कौननाहिदा के नाम एकाउंट खोल कर सरकारी फंड जमा करने पर उठा सवालसरकारी राशि के दुरुपयोग पर शिक्षा विभाग ने मांगा था मदरसा से स्पष्टीकरणएक सप्ताह के समय पूरा होने के बाद भी मदरसा के प्राचार्य ने नहीं दिया जवाबवित्तीय अनियमितता मानते हुए मदरसा पर कार्रवाई की तैयारी में शिक्षा विभाग वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरचंदवारा स्थित मदरसा दारुल तकमील के फंड से एक लाख 22 हजार 400 की निकासी करने वाली नाहिदा परवीन कौन है, इसकी जानकारी अभी तक शिक्षा विभाग को नहीं मिली है. मदरसा के प्राचार्य हाफिज महफूजू रहमान से मध्याह्न भोजन योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी असगर अली ने 23 दिसंबर को इस बाबत स्पष्टीकरण की मांग की थी. लेकिन अब तक प्राचार्य ने नाहिदा के बारे में विभाग को नहीं बताया है. जानकारी हो कि पिछले वर्ष 14 नवंबर को कार्यक्रम पदाधिकारी असगर अली ने मदरसा को निरीक्षण किया था. जिसके तहत सचिव रजा अहमद नसीम व आदेशपाल का अलग से खाता सहित अन्य खातों में सरकारी राशि जमा कराये जाने पर आपत्ति जतायी थी. उन्होंने कहा कहा था कि प्राचार्य व सहायक शिक्षक के संयुक्त खाते में ही मध्याहन भोजन का पैसा आता है. बावजूद अलग खाता से काम क्यों लिया जा रहा है. उन्होंने बिना विभागीय आदेश के किचन शेड का निर्माण कराये जाने पर सवाल उठाया था. विभागीय पत्र में पूरे मामले को स्पष्ट करने को कहा गया था. सात दिनों के अंदर जवाब नहीं दिये जाने पर वित्तीय अनियमितता मान कर कार्रवाई की बात कही गयी थी. जानकारी हो कि इससे पूर्व भी शिक्षा विभाग ने सचिव व आदेशपाल की ओर से छात्रवृत्ति की राशि के दुरुपयोग करने के मामले को लेकर बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड से कार्रवाई की मांग की थी. वर्जनअभी तक स्पष्टीकरण का जवाब मदरसा के प्राचार्य की ओर से नहीं दिया गया है. इससे पहले भी 22 सितंबर 15 को छात्राें की पंजी उपलब्ब्ध नहीं कराये जाने पर स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन उसका भी जवाब नहीं आया. शिक्षा विभाग को कार्रवाई के लिए लिखा गया है.असगर अली, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मध्याह्न भोजन योजना

Next Article

Exit mobile version