ग्रामीणों ने पुलिस की आंखों में झोंकी मिर्ची

मोतीपुर : मोतीपुर थाना क्षेत्र के नरियार नवादा गांव में ऐश डाइक निर्माण स्थल पर सोमवार को ग्रामीणों व पुलिस की भिड़ंत हो गयी. इस दौरान आक्रोशित महिलाओं व युवकों ने पुलिस जवानों की आंखों में मिर्च पाउडर झोंक दिया. रोड़ेबाजी भी की. पुलिस ने भी लाठी चार्ज किया. इसमें चार जवान समेत आधा दर्जन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2016 8:48 AM
मोतीपुर : मोतीपुर थाना क्षेत्र के नरियार नवादा गांव में ऐश डाइक निर्माण स्थल पर सोमवार को ग्रामीणों व पुलिस की भिड़ंत हो गयी. इस दौरान आक्रोशित महिलाओं व युवकों ने पुलिस जवानों की आंखों में मिर्च पाउडर झोंक दिया. रोड़ेबाजी भी की. पुलिस ने भी लाठी चार्ज किया. इसमें चार जवान समेत आधा दर्जन महिलाएं जख्मी हो गयीं. इस दौरान करीब एक घंटा तक एनएच पर आवागमन बाधित रहा.
मालूम हो कि नरियार नवादा गांव के पास एनटीपीसी की ऐश डाइक का निर्माण करा रही है. चंडीगढ़ की एजेंसी जेसीओ को यहां निर्माण करना है.
ग्रामीण अधिग्रहित भूमि के लिये आवासीय व व्यवसायिक दर से मुआवजा दिये जाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन भूमि की कोटि के अनुसार एनटीपीसी की ओर से मुआवजा भुगतान किया गया है. दो-चार किसानों का भुगतान रुका हुआ है. मुआवजा को लेकर लोगों ने एस डाइक का निर्माण बंद करा रखा है. एक दिन पहले भी निर्माण एजेंसी के लोग पहुंचे थे लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें बैरंग लौटा दिया था.
इसके बाद डीएम के निर्देश पर डीसीएलआर कुमार प्रशांत, सीओ शिवाजी सिंह, अपर थानाध्यक्ष अमित कुमार सशस्त्र बलों के साथ सोमवार को दिन के करीब एक बजे पहुंचे. जिला से लाठी पार्टी को भी बुला लिया गया था. पुलिस की निगरानी में निर्माण की प्रक्रिया शुरु भी की गयी. इस बीच आक्रोशित भू स्वामी व उनके परिजन लाठी-डंडा से लैस होकर पहुंच गये और निर्माण बंद करने को कहा. लेकिन उन्हें पुलिस बल ने खदेड़ दिया. इससे आक्रोशित लोगों ने एनएच 28 को जाम कर दिया. जब पुलिस ने जाम हटाने को कहा तो उधर से पथराव शुरु हो गया. इस दौरान महिलाओं ने पुलिस के जवानों की आंखों में मिर्च पाउडर झोंक दिया. जब पुलिस ने खदेड़ा तो उधर से फिर पथराव शुरु कर दिया गया. इसमें चार जवान घायल हो गए. घायलों में रैफ के जवान वरुण कुमार, उदय कुमार, गुलाब कुमार और बीएमपी के विनोद सिंह शामिल हैं. इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन भीड़ का उपद्रव देख लाठी चार्ज कर दिया. इसमें कई महिलाओं को चोटें आयी. इधर घायल जवानों को पीएचसी से एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया.
निर्माण एजेंसी के सीनियर मैनेजर डी के चाकी ने बताया कि बार-बार काम रोके जाने से नुकसान उठाना पड़ रहा है. पैसे भुगतान के बाद भी इस तरह से काम में रुकावट करना गलत है. वहीं डीसीएलआर ने बताया कि अधिकांश किसानों को मुआवजा राशि दी जा चुकी है.
एकाध किसानों का कुछ पैसा इसलिए बकाया है कि उनके परिजनों ने आपत्ति दे रखी है. व्यवसायिक और आवासीय दर से मुआवजे की मांग गलत है. अब काम रोकने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अपर थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि सशस्त्र बलों पर मिर्च पाउडर फेंकने और रोड़ेबाजी करने वाली महिलाओं और युवकों की पहचान की जा रही है. उनपर प्राथमिकी दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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