एमबीबीएस छात्रों के भवष्यि पर खतरा नहीं
एमबीबीएस छात्रों के भविष्य पर खतरा नहींवार्षिक परीक्षा में शामिल होंगे सभी छात्र- मेडिकल काॅलेज के प्राचार्यों के साथ बैठक में हुआ निर्णय- अब 22 फरवरी से होगी एमबीबीएस की वार्षिक परीक्षा – निर्णय से सूबे के 400 छात्रों को मिलेगा फायदा- आर्यभट्ट विवि के वीसी के साथ पटना में हुई सभी मेडिकल कॉलेजों के […]
एमबीबीएस छात्रों के भविष्य पर खतरा नहींवार्षिक परीक्षा में शामिल होंगे सभी छात्र- मेडिकल काॅलेज के प्राचार्यों के साथ बैठक में हुआ निर्णय- अब 22 फरवरी से होगी एमबीबीएस की वार्षिक परीक्षा – निर्णय से सूबे के 400 छात्रों को मिलेगा फायदा- आर्यभट्ट विवि के वीसी के साथ पटना में हुई सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य की बैठकसंवाददाता, मुजफ्फरपुर एमबीबीएस की वार्षिक परीक्षा में अब पूरक परीक्षा पास करने वाले छात्रों भी शामिल होंगे. क्लास में उपस्थिति कम होने से एमसीआई के मानक को पूरा नहीं करने वाले पूरक छात्रों के हित में आर्यभट्ट विवि के कुलपति ने सराहनीय निर्णय लिया है. इस निर्णय से पूरक छात्रों के वार्षिक परीक्षा से वंचित होने का खतरा टल गया है. बिहार के सभी सरकारी मेडिकल काॅलेजों के करीब 400 अनुपूरक छात्र वार्षिक परीक्षा से वंचित हो रहे थे. मंगलवार को पटना में आर्यभट्ट विवि के कुलपति के साथ मेडिकल कालेज के प्राचार्यों के साथ हुई बैठक में एमबीबीएस की परीक्षा तिथि को बढ़ाकर 22 फरवरी कर दिया गया. परीक्षा तिथि के बढ़ने से अनुपूरक छात्रों को क्लास करने का पूरा मौका मिलेगा. परीक्षा में शामिल होने के लिए वे एमसीआई के मानक को भी पूरा कर सकेंगे.एमबीबीएस की वार्षिक परीक्षा से एसकेएमसीएच के 41 छात्र वंचित हो रहे थे. एमसीआई के मानक अनुसार उनकी उपस्थिति 75 प्रतिशत नहीं हो पा रही थी. लेकिन परीक्षा की तिथि बढ़ जाने से अनुपूरक छात्रों की उपस्थिति एमसीआई के मानक को पूरा करेगी. एमबीबीएस की वार्षिक परीक्षा के लिए सभी मेडिकल काॅलेजाें में फार्म भरा जा रहा था. इससे अनुपूरक छात्रों को वंचित किया जा रहा था. एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ विकास कुमार ने कहा कि आर्यभट्ट विवि के कुलपति द्वारा परीक्षा की तिथि को बढ़ाये जाने से अब अनुपूरक परीक्षा पास छात्रों को भी वार्षिक परीक्षा में शामिल किया जायेगा. उन्होंने कहा कि वार्षिक परीक्षा में सूबे के करीब 400 पूरक छात्र शामिल होने से वंचित हो रहे थे.फेल छात्रों को देनी होती है पूरक परीक्षावार्षिक परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों को पूरक परीक्षा देनी होती है. पूरक परीक्षा में पास होने के बाद ही उन्हें चालू सत्र की एमबीबीएस की कक्षाओं में शामिल किया जाता है. ऐसे में उन्हें एमबीबीएस पास छात्रों की अपेक्षा कम क्लास करने का मौका मिलता है. इस कारण वे एमसीआई के मानक को पूरा नहीं कर पाते हैं.