मुजफ्फरपुर: आजाद हिंद फौज के सदस्यों द्बारा जो रंगदारी वसूली जाती है, उसमें से कुछ पैसे को जमीन खरीद-बिक्री के धंधे में लगाया जाता है. इसके अलावा उस पैसे का उपयोग हथियार खरीदने और संगठन के सदस्य के पकड़े जाने के बाद उसे छुड़ाने के लिए खर्च किये जाते हैं.
यह काम आजाद हिंद फौज का चीफ नितेश सिंह उर्फ महाराजजी करता है. यह खुलासा अहियापुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ पैगंबरपुर से गत सात जनवरी को पकड़े गये मनोज कुमार सिंह ने स्वीकारोक्ति बयान में किया. मनोज के इस खुलासे से पुलिस भौंचक है. मनोज सिंह ने कहा कि पैसे को बढ़ाने के लिए नितेश सिंह सड़क की ठेकेदारी भी करता है. संगठन को रंगदारी मांगने के लिए मोबाइल नंबर व ठहरने की व्यवस्था पताही थाना के बखरी बाजार के हरि शंकर साह उर्फ चॉकसेट साह उपलब्ध कराता है. वह काठमांडू में रह कर बिजनेस करता है. संगठन चीफ नितेश सिंह व अन्य सदस्य घटना को अंजाम देने के बाद काठमांडू में उसी के घर जाकर छिपते हैं. संगठन को जब भी पैसे की जरूरत होती है तो हरि शंकर साह ही पैसे उपलब्ध कराता है.
महिला संगठन चीफ है रीता सिंह
संगठन चीफ नितेश सिंह, क्षेत्रीय चीफ श्रीनारायण सिंह, छोटू सिंह व महिला संगठन चीफ रीता सिंह के इशारे पर उसने सैकड़ों व्यवसाइयों से संगदारी की मांग मोबाइल नंबर 7969036150 से की. रंगदारी की रकम वसूल करने के बाद कांड दर्ज नहीं कराने की वह धमकी भी देता था. अप्रैल 2015 के अंतिम सप्ताह में शिवहर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर खरौना में एनएच निर्माण कार्य व पुल निर्माण करा रहे कंस्ट्रक्शन कंपनी विजय राज के कैंप में परचा फेंक कर दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी.
रंगदारी नहीं दिये जाने पर 27 जुलाई 2015 को नितेश सिंह उर्फ महाराज जी के निर्देश पर मनोज सिंह, राहुल सिंह, बैजू सिंह, धनंजय सिंह, वालेश्वर सिंह, छोटू सिंह, श्री नारायण सिंह, बबलू सिंह, सुधीर सिंह, भारत भूषण सिंह, मिंटू सिंह, रंजीत पांडे, गौतम सिंह के साथ बेस कैंप पर जाकर फायरिंग की गयी थी. इसी साल अगस्त व सितंबर माह में मेहसी थाना क्षेत्र के यदुलाल साह को मोबाइल नंबर 8434765495, 9661034072 से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी. रंगदारी की रकम नहीं देने पर फिर मोबाइल नंबर 7079867420 व 9771913586 व 8084407996 से धमकी दी गयी. इसके बाद धनंजय सिंह, छोटू सिंह, बबलू सिंह, सुधीर सिंह, भरत भूषण सिंह, मिंटू सिंह, राहुल सिंह, रंजीत पांडे रंगदारी की रकम लेने गये थे.