मुजफ्फरपुर: वक्फ की जमीन बचाने के लिए फरवरी दूसरे सप्ताह से पटना में आंदोलन होगा. इसके तहत शिया समुदाय के लोग धरना देंगे. साथ ही मसजिदों व इमामबाड़ों में लोगों को जागरूक किया जायेगा. यह बातें इमाम सैयद मो काजीम शबीब ने बुधवार को प्रेस वार्ता में कही. उन्होंने कहा कि कमरा मोहल्ला स्थित मो तकी खां वक्फ स्टेट की जमीन हजारों बीघा में है. लेकिन रजिस्टर टू में सात बीघा दस कट्ठा जमीन है. रजिस्टर वन में साढ़े तीन बीघा है. उस जमीन पर भी अतिक्रमणकारियों का कब्जा है.
इसके लिए कई बार चेयरमैन, इंस्पेक्टर व सीइओ को लिखा गया. वे लोग आये, लेकिन जमीन बचाने वालों पर ही एफआइआर करना शुरू कर दिया. वे लोग भी जमीन बेचने वालों के साथ हो गये हैं. सैयद शबीब ने कहा कि गोला रोड स्थित कब्रिस्तान की मीन भी दो बीघा से ज्यादा थी, लेकिन अब वह एक बीघा रह गयी है. इसके खिलाफ भी जब आवाज उठायी जाती है तो वक्फ बोर्ड के अधिकारी एफआइआर कराना शुरू कर देते हैं. लेकिन हमलोग चुप नहीं बैठेंगे. पटना से एक व्यापक आंदोलन की शुरुआत की जायेगी. उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआइ से करायी जाये, तभी इसका खुलासा हो पायेगा.
वक्फ की जमीन मामले में आरोप लगाने से कुछ नहीं होता. मौलाना काजिम शबीब के पास वक्फ के सहयोग से जमीन बेचे जाने संबंधी कोई कागज है तो प्रस्तुत करें. मैं कार्रवाई नहीं करूं तो बतायें. दरअसल 1948 के बाद से वक्फ की एक इंच जमीन भी नहीं बेची गयी है. मौलाना गलत बयान दे रहे हैं. सच यह है कि वक्फ ने भागलपुर में अभी 80 एकड़ जमीन व छपरा के एकमा में साढ़े चार एकड़ जमीन रजिस्टर्ड कराया है.
इरशाद अली आजाद, चेयरमैन, शिया वक्फ बोर्ड