रघुवंश बाबू के भोज में जुटे सैकड़ों लोग
रघुवंश बाबू के भोज में जुटे सैकड़ों लोग फोटो दीपक-मकर संक्रांति के अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दी कार्यकर्ताओं को भोज-राजद जिलाध्यक्ष सहित कई दिग्गज हुए शामिल संवाददाता, मुजफ्फरपुर पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने मकर संक्रांति के अवसर पर गुरुवार को कार्यकर्ताओं को चूड़ा-दही के भोज […]
रघुवंश बाबू के भोज में जुटे सैकड़ों लोग फोटो दीपक-मकर संक्रांति के अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दी कार्यकर्ताओं को भोज-राजद जिलाध्यक्ष सहित कई दिग्गज हुए शामिल संवाददाता, मुजफ्फरपुर पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने मकर संक्रांति के अवसर पर गुरुवार को कार्यकर्ताओं को चूड़ा-दही के भोज पर आमंत्रित किया. इसमें राजद जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक मिथिलेश प्रसाद यादव सहित कई दिग्गज शामिल हुए. स्थानीय परिसदन में आयोजित कार्यक्रम को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह दिखा. वैसे तो भोज का आयोजन बफर सिस्टम से था, लेकिन डॉ सिंह स्वयं एक-एक कार्यकर्ता के साथ खड़े होकर खाना खिला रहे थे. दोपहर 12 बजे से साढ़े तीन बजे तक चले भोज के दौरान ही कार्यकर्ता यह चर्चा करने से चूक नहीं रहे थे कि मकर संक्रांति के दिन यानि शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यहां आयोजित भोज से पहले रघुवंश बाबू ने भोज देकर कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान बढ़ाया है. भोज पर मीडियाकर्मियों को भी बुलाया गया था. बरूराज के राजद विधायक नंद कुमार राय, कांटी से प्रत्याशी रहे मोहम्मद परवेज, कांटी प्रत्याशी शंकर यादव के साथ ही कई वरिष्ठ कार्यकर्ता आमंत्रण पर आए लोगों को भोज खिलाने में जुटे रहे. भोज में पूर्व उप मेयर विवेक कुमार, प्रोफेसर कुमार गणेश, जदयू नेता मोहम्मद इशराइल मंसूरी के साथ ही पार्टी नेता अनिल महतो, मनोज शर्मा, हरेश कुमार, कारी सुहेब, रमेश गुप्ता, अली रजा अंसारी, बाली सहनी आदि थे. मधेशी आंदाेलन रोकने को चंपारण से नेपाल तक करेंगे पदयात्रामुजफ्फरपुर. बगल के घर में आग ली हो तो हम खुद काे सुरक्षित कैसे महसूस कर सकते है. आज हमारा पड़ोसी मुल्क नेपाल छह माह से मधेशी आंदोलन में जल रहा है और भारत सरकार खामोश है. यह सरकार की विदेश नीति का परिचायक है. नेपाल सरकार जो मधेशी के प्रति दमनकारी नीति अपना रही है वह गलत है. उक्त बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने भोज के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही. बोले कि मधेसी आंदोलन रोकने के लिए वे चंपारण से नेपाल तक पदयात्रा करेंगे. इस अंदोलन से भारत नेपाल सीमा असुरक्षित हो चुकी है. जो यहां तस्करी नहीं रोक सकते है वह आतंकवाद क्या रोकेंगे. एसएसबी गेट पर पहरा दे रही है लेकिन तस्करी नहीं रूक रही है. इसको लेकर ये अब तक 26 बैठक कर चुके है. वहीं इसमें हस्तक्षेप को लेकर पांच राज्य बिहार, यूपी, बंगाल, उत्तरांचल, सिक्किम के सीएम को पत्र लिखा है. बताया कि वह पीएम से मिलेंगे, दिल्ली में एक सेमिनार करेंगे तथा जंतर मंतर पर इस आंदोलन को समाप्त करने को लेकर एक दिवसीय धरना देंगे.