परंपरा के अनुसार मनायी गयी मकर संक्रांति
मुजफ्फरपुर: पंडितों की ओर से 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाये जाने की घोषणा के बावजूद शहर में गुरुवार को कई जगहों पर मकर संक्रांति मनायी गयी. पर्व को लेकर सुबह में लोगों ने नदी में स्नान किया. सिकंदरपुर सीढ़ी घाट व बालूघाट के तट पर लोगों ने स्नान कर सूर्य को अर्घ्य दिया. इसके […]
मुजफ्फरपुर: पंडितों की ओर से 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाये जाने की घोषणा के बावजूद शहर में गुरुवार को कई जगहों पर मकर संक्रांति मनायी गयी. पर्व को लेकर सुबह में लोगों ने नदी में स्नान किया. सिकंदरपुर सीढ़ी घाट व बालूघाट के तट पर लोगों ने स्नान कर सूर्य को अर्घ्य दिया. इसके बाद घरों में दही-चूड़ा व तिलकुट की धूम मची.
लोगों ने एक-दूसरे को बुलाकर पर्व का विशेष व्यंजन खिलाया. रात में कई घरों में खिचड़ी बनी. हिंदू धर्म से जुड़ी मान्यताओं के अनुसार इस दिन किसी भी नदी में सूर्योदय से पूर्व किया गया स्नान व भगवान सूर्य को किया गया तर्पण गंगा नदी के स्नान जैसा पुण्य देता है. माना जाता है कि 14 जनवरी के बाद धीरे-धीरे दिन बड़े तथा रात छोटी होने लगती है. मकर संक्रांति को एक तरह से ठिठुरने वाली ठंड की विदाई व बसंत ऋतु का आगमन भी माना जाता है.
मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए उमड़ी भीड़
इस मौके पर मंदिरों में सूबह से ही पूजा-अर्चना के लिए लोगों की भीड़ जुटी. शहर के गरीबनाथ मंदिर में सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ रही. पूजन का यह सिलसिला सुबह से लेकर शाम तक चला. पं. विनय पाठक ने कहा कि मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए लोगों की भीड़ जुटी. हालांकि 15 जनवरी को और अधिक भीड़ होने की संभावना है.
आज भी मनेगी मकर संक्रांति
शहर में 15 जनवरी को भी मकर संक्रांति मनायी जायेगी. आस्था के अनुसार लोग सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के बाद मकर संक्रांति मनायेंगे. सूर्य 14 जनवरी की रात 1.28 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसका पुण्यकाल 12 घंटे तक रहेगा. इस लिहाज से 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनेगी.