पराक्रमी संत का योगदान नहीं भूल सकेगा राष्ट्र
पराक्रमी संत का योगदान नहीं भूल सकेगा राष्ट्र -नागरिक मोर्चा ने मनायी गुरु गोविंद सिंह की जयंती फोटो::: दीपक संवाददाता, मुजफ्फरपुर खालसा पंथ के संस्थापक संत गुरु गोविंद सिंह की 349वीं जयंती पर शनिवार को नागरिक मोर्चा की ओर से शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें नगरवासियों ने उनके […]
पराक्रमी संत का योगदान नहीं भूल सकेगा राष्ट्र -नागरिक मोर्चा ने मनायी गुरु गोविंद सिंह की जयंती फोटो::: दीपक संवाददाता, मुजफ्फरपुर खालसा पंथ के संस्थापक संत गुरु गोविंद सिंह की 349वीं जयंती पर शनिवार को नागरिक मोर्चा की ओर से शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें नगरवासियों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की व कृतित्वों को याद किया. वक्ताओं ने कहा कि पराक्रमी संत गुरु गोविंद सिंह का योगदान यह राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पत्रकार व अधिवक्ता डॉ सीपी शाही ने कहा कि उन्हें राष्ट्र युगों-युगों तक नमन करता रहेगा. उनकी वीरता से मुगल सल्तनत भी कांप उठी थी. ऐसे महान वीर योद्धा का जन्म बिहार के पटना साहिब में आज ही के दिन गुजरी देवी की गोद में हुआ था. उनके पिता गुरु तेग बहादुर जी महाराज ने धर्म व संस्कृति की रक्षा के लिए मुगल बादशाह औरंगजेब से सामना करते हुए अपना बलिदान कर दिया. नौ वर्ष की आयु में गुरु गोविंद सिंह जी गुरु गद्दी प्राप्त हुई. संचालन करते हुए मोर्चा के संस्थापक महासचिव मोहन प्रसाद सिन्हा ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने मुगल साम्राज्य की नींव हिला दी थी. उन्होंने देश व धर्म की रक्षा के लिए अपने पिता और पुत्र का बलिदान दिया लेकिन भारत सरकार से जो सम्मान मिलना चाहिए, वह नहीं मिला. समारोह को स्वतंत्रता सेनानी परमेश्वरी देवी, आशा सिन्हा, मुन्नी चौधरी, पारस नाथ प्रसाद, ओम प्रकाश तुलस्यान, आलोक कुशवाहा, रमेश कुमार मिश्र प्रेमी, मोहन प्रसाद सिन्हा, डॉ हरिकिशोर प्रसाद सिंह, सत्येंद्र कुमार सत्यन, दिग्विजय नारायण सिंह, जगदीश शर्मा, महेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, कुंदन कुमार सिंह, अजय कुमार, विक्रम जय नारायण निषाद, हेम नारायण मिश्र, अंजनी कुमार पाठक, अमरजीत कुमार, शिवजी सहनी, मो इस्लाम, एसए आजाद, राजकिशोर सिंह आदि थे.