कर्मचारी विरोधी है डाक विभाग के अधिकारियों की भूमिका

कर्मचारी विरोधी है डाक विभाग के अधिकारियों की भूमिका -डाक कर्मचारी संघ की प्रमंडलीय बैठक में समस्याओं पर हुई चर्चा -आधुनिकीकरण, कंप्यूटराइजेशन व सीबीएस में चल रहा है खेल -बीमार कर्मचारियों के मेडिकल बिल का भुगतान भी बरसों से लंबित -निराकरण के लिए आंदोलन की बतायी जरूरत, तैयार रहने का आह्वान फोटो::: दीपक संवाददाता, मुजफ्फरपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2016 9:32 PM

कर्मचारी विरोधी है डाक विभाग के अधिकारियों की भूमिका -डाक कर्मचारी संघ की प्रमंडलीय बैठक में समस्याओं पर हुई चर्चा -आधुनिकीकरण, कंप्यूटराइजेशन व सीबीएस में चल रहा है खेल -बीमार कर्मचारियों के मेडिकल बिल का भुगतान भी बरसों से लंबित -निराकरण के लिए आंदोलन की बतायी जरूरत, तैयार रहने का आह्वान फोटो::: दीपक संवाददाता, मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ संवर्ग-ग के मुजफ्फरपुर प्रमंडल की कार्यकारिणी बैठक रविवार को मुख्य डाकघर में हुई, जिसमें विभिन्न डाकघरों के संघीय प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में डाक सेवाओं की वर्तमान स्थिति व कर्मचारियों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई. संघ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि वर्तमान प्रवर डाक अधीक्षक व प्रवर डाकपाल की भूमिका कर्मचारी विरोधी है, जिससे उनकी समस्याओं का समय से निस्तारण नहीं हो रहा है. इस दौरान समस्याओं के निराकरण के लिए आंदोलन की जरूरत बतायी गयी और इसके लिए सबको तैयार रहने का आह्वान किया गया. वक्ताओं ने कहा कि डाक विभाग में सुधार की प्रक्रिया चल रही है, इसके बावजूद लगातार साख गिर रही है. उच्च पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों पर दोष डाल कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं, लेकिन हकीकत में विपरीत परिस्थितियों से जूझते हुए डाक कर्मचारी ही विभागीय कार्यों का संचालन करते हैं. वक्ताओं ने आरोप लगाया कि विभाग में आधुनिकीकरण, कंप्यूटराइजेशन व सीबीएस की आड़ में अधिकारियों व कुछ कर्मचारियों की मिली-भगत से सरकारी राजस्व की लूट चल रही है. स्थिति यह है कि कहीं प्रिंटर नहीं है, तो कहीं यूपीएस या जेनरेटर खराब पड़ा है. सीबीएस भी ठीक से काम नहीं करता. तबादला में नियमों का खुलेआम उलंघन हो रहा है. सीबीएस की डाटा इंट्री में कुछ लोगों द्वारा गोरखधंधा चलाया जा रहा है. विभागीय कार्यों से संबंधित यात्रा भत्ता विपत्रों का भुगतान वर्षों से लंबित है. यहां तक कि बीमार कर्मचारियों के मेडिकल बिल का भुगतान भी बरसों से लंबित है, जबकि उनके पास जीवनरक्षक दवा खरीदने का भी पैसा नहीं है. बैठक की अध्यक्षता वरीय सदस्य दिनेश प्रसाद सिंह ने की. सहायक सचिव सुधाकर झा, दिनेश राम, शशिनाथ मिश्र, मुकेश कुमार, इजहार हुसैन, रामकुमार, नजर परवेज ने समस्याओं को प्रमुखता से उठाया. निरूपमा आनंद ने महिला कर्मचारियों की समस्याओं को सबके सामने रखा. डाक कर्मचारी संघ की प्रमुख मांगें- -कर्मचारियों के मेडिकल बिल का भुगतान -यात्रा भत्ता विपत्रों का भुगतान -प्रधान डाकघर में सीसीटीवी लगाना -पेयजल व शौचालय की स्थिति ठीक करना -सेवा पुस्तिका व छुट्टी विवरणी ठीक करने -सेवानिवृत्त कर्मचारियों को समय से सेवांत लाभ देना -विभागीय अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों की जांच

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