मजदूर एकजुट होकर संघर्ष को रहे तैयार

मजदूर एकजुट होकर संघर्ष को रहे तैयार – बिहार राज्य अरापत्रित कर्मचारी महासंघ का राज्य स्तरीय कन्वेंशन- 8 से 19 फरवरी तक दिल्ली के जंतर-मंतर पर अखिल भारतीय धरना- 15 फरवरी को बिहार के कर्मचारियों से भाग लेने की अपील संवाददाता, मुजफ्फरपुर : बिहार राज अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की ओर से रविवार को सदर अस्पताल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2016 9:32 PM

मजदूर एकजुट होकर संघर्ष को रहे तैयार – बिहार राज्य अरापत्रित कर्मचारी महासंघ का राज्य स्तरीय कन्वेंशन- 8 से 19 फरवरी तक दिल्ली के जंतर-मंतर पर अखिल भारतीय धरना- 15 फरवरी को बिहार के कर्मचारियों से भाग लेने की अपील संवाददाता, मुजफ्फरपुर : बिहार राज अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की ओर से रविवार को सदर अस्पताल रोड स्थित संघ भवन में राज्य स्तरीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया. जिसका उद‍्घाटन करते हुए अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ के सहायक महामंत्री मंजुल कुमार दास ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति पर विस्तार ये चर्चा की. जिसमें नव उदारवादी पूंजी प्रवाह के कारण उत्पन्न मजदूर विरोधी नीतियों का वर्णन करते हुए देश में उत्पन्न असहिष्णुता के बारे में बताया. साथ ही इसको लेकर मजदूरों को एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया. वहीं महासंघ के महामंत्री राज किशोर राय ने सप्तम वेतन पुनरीक्षण समिति के मजदूर विरोधी रिपोर्ट की व्याख्या की. इसमें न्यूनतम मजदूरी पर कोई चर्चा कोई चर्चा नहीं की गई, ठेका अनुबंध काम करने वाले की सेवा नियमित करने की चर्चा नहीं की गई. इसको लेकर अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर दिल्ली के जंतर-मंतर पर 8 से 19 फरवरी तक चलने वाले धरना में बिहार के कर्मचारियों को 15 फरवरी को भाग लेने की अपील की. साथ ही वक्ताओं ने सरकार से अविलंब ठेका संविदा पर कार्यरत कर्मियों की सेवा नियमित करने, रिक्त पदों पर स्थायी नियुक्ति करने, स्कीम वर्कर्स को मजदूर का दर्जा देते हुए 15 हजार रुपया न्यूनतम वैधानिक मजदूरी देने की मांग की. इसके साथ ही सभी कर्मियों से व्यापक एकजुटता कायम कर संघर्ष तेज करने की अपील की. मुख्य वक्ताओं मुख्य संरक्षक अरूण कुमार सिंह, लक्ष्मीकांत झा, महिला उप समिति की संयोजिका बिंदु कुमारी, गणपति झा, विश्वनाथ सिंह, शत्रुध्न शर्मा, राम ललित सिंह, कृष्ण कुमार, सचिंद्र तिवारी, चतुर्भुज शाही सहित संघ-महासंघ के कई नेता शामिल थे.

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